Mallikarjun Kharge Congress President: मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार (26 अक्टूबर, 2022) को लगभग ढाई दशकों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले गैर-गांधी अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल लिया। पद संभालने से पहले खड़गे ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। वहीं, खड़गे की ताजपोशी पर पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने कहा कि खड़गे की नीतियां पंडित जवाहर लाल नेहरू की नीतियां होगी। लोकतंत्र और समाजवाद को हमें मजबूत करना, जाति प्रथा को खत्म करना है। इसमें कुछ नई भी नीतियां शामिल हो सकती हैं। पिछले हफ्ते हुए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में खड़गे ने शशि थरूर को भारी अंतर से हराकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमाया था। वह कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी की जगह लेंगे।

  1. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि मैं नए पार्टी अध्यक्ष खड़गे जी को बधाई देती हूं। बदलाव दुनिया का नियम है… कांग्रेस को पहले भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था, लेकिन मुझे यकीन है कि हम समस्याओं को दूर कर लेंगे। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक संतोष इस बात का है कि जिन्हें अध्यक्ष चुना है वे एक अनुभवी और धरती से जुड़े हुए नेता हैं। एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए अपनी मेहनत और समर्पण से इस ऊंचाई तक पहुंचे हैं।
  2. खड़गे के अध्यक्ष पद की कमान संभालने से पहले, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि आखिरी मिनट तक राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने की कोशिश की गई, क्योंकि वही मोदी और सरकार को चुनौती दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज एक नई शुरुआत है। हम मल्लिकार्जुन खड़गे को बधाई देते हैं और पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। गहलोत ने कहा कि सोनिया जी ने जो फैसला किया कि गैर-गांधी से कांग्रेस अध्यक्ष बने और खड़गे जी बन भी गए हैं तो हम सब की जिम्मेदारी है कि इसे हम कामयाब करें और पार्टी को मजबूत करें।
  3. कार्यक्रम से पहले नवनिर्वाचित कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ कुछ समय बिताने के लिए उनके आवास पर गए थे। पीटीआई के मुताबिक, खड़गे के सुरक्षाकर्मियों और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष कार्यालय और एआईसीसी मुख्यालय के लॉन में अंतिम समय में व्यवस्था की।
  4. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले 11 राज्यों में चुनाव होंगे और खड़गे के सामने सबसे बड़ी परीक्षा पार्टी को कम से कम प्रमुख राज्यों में जीत दिलाने की होगी। हिमाचल और गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की क्या रणनीति होती है। इसको लेकर पार्टी के नए अध्यक्ष खड़गे क्या कदम उठाते हैं। इस पर भी सभी की नजरें होंगी।
  5. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था क‍ि मैं उदयपुर घोषणा पत्र को लागू करूंगा। उन्होंने कहा कि अगर वह कांग्रेस अध्यक्ष निर्वाचित होते हैं तो युवाओं, किसानों, महिलाओं और छोटे कारोबारियों की समस्याओं का समाधान करने की कोशिश करेंगे।
  6. खड़गे को बुधवार को औपचारिक रूप से निर्वाचन पत्र सौंपा गया और इसी के साथ उन्होंने एआईसीसी मुख्यालय में पदभार ग्रहण कर लिया। इस दौरान, शशि थरूर ने पार्टी को आगे ले जाने में कांग्रेस के नए अध्यक्ष को पूरा सहयोग और समर्थन देने का संकल्प लिया।
  7. खड़गे को 7897 वोट मिले थे। जबकि, शशि थरूर के खाते में 1072 वोट आए थे। मल्लिकार्जुन खड़गे के रूप में कांग्रेस को 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष मिला है।
  8. कांग्रेस में इससे पहले सीताराम केसरी गैर गांधी अध्यक्ष रहे थे। कांग्रेस के 137 साल के इतिहास में अध्यक्ष पद के लिए 6वीं बार चुनाव हुए।
  9. कर्नाटक में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां बीजेपी अंदरूनी कलह से जूझ रही है। ऐसे में मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष बनने से कांग्रेस को पार्टी फायदा पहुंच सकता है।
  10. खड़गे के कांग्रेस के नए अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद कांग्रेस कार्य समिति के सभी सदस्यों, महासचिवों और प्रभारियों ने नयी टीम बनाने में उनकी मदद के लिए अपने पदों से इस्तीफा दे दिया।