प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाला मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजीत पवार और अन्य के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसी द्वारा धन शोधन निरोधक अधिनियम के तहत पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के बराबर मानी जाने वाली प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की गई है।

यह मामला मुंबई पुलिस की एफआईआर के आधार पर दर्ज किया गया है जिसमें महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और सहकारी बैंक के 70 पूर्व पदाधिकारियों का नाम है। यह मामला ऐसे समय दर्ज हुआ है जब राज्य में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। गौरतलब है कि जांच एजेंसी की यह कार्रवाई ऐसे वक्त हुई है, जब बीते माह बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा से इस मामले में शरद पवार, अजीत पवार और 75 अन्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को कहा था।

याचिकाकर्ता सुरिंदर अरोड़ा ने कॉ-ऑपरेटिव बैंक, जिसे मुख्य तौर पर एनसीपी नेताओं द्वारा नियंत्रित किया जाता है, मामले में जांच की मांग की थी। इसके बाद बीते माह पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। ईडी का कहना है कि इस बैंक घोटाले में गलत तरीके से बैंक लोन को मंजूरी दी गई।

वहीं एनडीटीवी के साथ बातचीत में अजीत पवार के बेटे पार्थ पवार ने कहा कि ‘हम इससे हैरान नहीं हैं। चुनावों से पहले, ये वहीं हो रहा है, जो भाजपा सरकार पूरे देश में कर रही है। हम साथ हैं और इसके खिलाफ मिलकर लड़ेंगे।’