Maharashtra News: महाराष्ट्र के शिवसेना विधायक अनिल बाबर का महाराष्ट्र के सांगली मेंल बुधवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वो 74 साल के थे। बाबर सांगली जिले के खानापुर-अटपाडी से विधायक थे। उनके निधन की खबर मिलने के बाद शिंदे ने आज होने वाली कैबिनेट बैठक को रद्द कर दिया है।
सूत्रों ने बताया कि बाबर ने सांगली के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बाबर के निधन पर दुख व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने एक मार्गदर्शक और करीबी सहयोगी खो दिया है और राज्य ने लोगों ने एक वरिष्ठ प्रतिनिधि खो दिया है।
एक्स पर एक शोक संदेश में शिंदे ने कहा, ‘खानपुर-अटपाडी निर्वाचन क्षेत्र में बाबर के काम को भुलाया नहीं जा सकता, क्योंकि उन्होंने तेम्भू (लिफ्ट सिंचाई) योजना, किसानों के मुद्दों और कई अन्य विकास कार्यों के लिए काम किया था। सीएम ने कहा, उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा।
बता दें, 2022 में शिवसेना में विद्रोह के बाद बाबर ने सीएम शिंदे के साथ जाने का फैसला किया और वह विधायकों के उस गुट का हिस्सा थे, जो विद्रोह के बाद गुवाहाटी गए थे। चार बार के विधायक बाबर ने 2019 में शिवसेना के टिकट पर चुनाव जीता।
अयोग्यता के मामले में ठाकरे गुट की तरफ से दी गई नामों की सूची में अनिल बाबर का नाम सबसे आगे था। अनिल बाबर 2019 में शिवसेना के चुनाव चिह्न पर विधायक चुने गए थे। उन्होंने निर्दलीय खड़े सदाशिव पाटिल को हराया था। अनिल बाबर 1990, 1999, 2014, 2019 में चार बार विधायक रहे हैं। किसान परिवार में जन्मे बाबर ने 19 साल की उम्र में राजनीति में प्रवेश किया था।