Pune News: पुणे के शनिवारवाड़ा में मुस्लिम महिलाओं द्वारा नमाज अदा की गई तो बीजेपी सांसद ने अपने समर्थकों के साथ जाकर वहां गौमूत्र से शुद्धीकरण कर दिया। इसको लेकर अब विवाद बढ़ता ही जा रहा है। कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने सोमवार को कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा वहां गोमूत्र छिड़कने की घटना ऐसी है कि इसे सुनकर माथा पकड़ लेना पड़े। इतना ही नहीं, महायुति में बीजेपी के सहयोगी एनसीपी अजित पवार गुट ने भी इसको लेकर भी हमला बोला है।

दरअसल, ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में सचिन सावंत ने कहा कि शनिवारवाड़ा में मस्तानी भी थी। उन्होंने पोस्ट में पूछा कि पेशवा सरदारों ने ही छत्रपति का झंडा उतारकर ‘यूनियन जैक’ फहराया था। अगर वो औरतें ऐसी जगह पर ईश्वर का नाम लें, तो पेट में दर्द होने लगता है। क्या किसी ने आपको वहां बैठकर ध्यान करने से रोका है?

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सचिन सावंत ने उठाए सवाल

सचिन सावंत ने कहा कि शनिवार वाड़ा में पेशवाकालीन दरगाह हैं। उन्होंने बताया कि पेशवाओं को इससे कोई समस्या नहीं थी। युवा पेशवा नारायणराव की नृशंस हत्या का उल्लेख करते हुए सावंत ने कहा,”पुणे के लोग अब भी कहते हैं कि वे वाड़े से चाचा, मुझे बचाओ की चीखें सुन सकते हैं। सावंत ने पूछा कि तो, सर्वशक्तिमान (ईश्वर) का नाम लेना अच्छी बात है, आप लोग खुद ‘राम राम’ क्यों नहीं जपते?”

कांग्रेस नेता ने कहा कि शनिवार वाड़ा में इतना कुछ हो चुका है कि भाजपाइयों, आपके तर्क के अनुसार, तो पूरे वाड़ा को ही गोमूत्र से धोना चाहिए। इस तरह जनता को भी पता चल जाएगा कि आपकी मानसिकता कितनी पिछड़ी है।

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डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी किया विरोध

बता दें कि इस मामले में अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) भी कांग्रेस के साथ खड़ी नजर आई हैं। महायुति सरकार में शामिल अजित पवार ने बीजेपी राज्यसभा और अन्य हिंदू संगठनों के खिलाफ पुलिस से शिकायत दर्ज करने की मांग की है। वहीं इस मामले में पुणे पुलिस उपायुक्त कृषिकेश रावले ने कहा कि यह जगह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधीन है, मामला संज्ञान में है, शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी।

अबु आजमी ने भी दिया बयान

वहीं इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आज़मी ने कहा कि भाजपा सांसद (मेधा कुलकर्णी) को अल्लाह का डर होना चाहिए। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारत में मुसलमानों ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी, जो लोग अंग्रेजों की वकालत करते थे, वे अभी सत्ता में बैठे हैं और मुसलमानों के साथ ऐसा ही व्यवहार करेंगे। उन्हें इसका करारा जवाब मिलेगा।