Maharashtra Politics: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर पार्टी का चुनाव चिन्ह (धनुष और तीर) चुराने का आरोप लगाया था। जिसके बाद एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर पलटवार किया है। शिंदे ने कहा कि उन्होंने दिवंगत शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे के विचारों को त्याग कर बहुत बड़ी गलती की है। इसका उन्हें एहसास होगा।

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में शिव संकल्प मेला को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने शिंदे खेमे पर हमला करते हुए कहा कि बालासाहेब की शिक्षाओं के साथ, उन्हें मशाल (यूबीटी पार्टी का प्रतीक) का उपयोग करके लड़ाई जीतने पर गर्व है, भले ही धनुष और तीर (शिवसेना का प्रतीक) उनसे ‘चुराया’ गया।

उद्धव ठाकरे ने भाजपा, शिवसेना (शिंदे) और राकांपा (अजित पवार) वाली महायुति सरकार द्वारा बजट में घोषित योजनाओं की भी आलोचना की और कहा कि यह राज्य में अक्टूबर में होने वाले संभावित चुनावों से पहले मतदाताओं को लुभाने की चाल है।

ठाकरे की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा, “आप कितनी बार छोटे बच्चे की तरह रोएंगे। ग्राम पंचायत चुनाव में उनकी पार्टी छठे स्थान पर रही, जबकि हम दूसरे स्थान पर रहे। लोकसभा चुनाव में हमें उनसे ज़्यादा वोट मिले। आप कितनी बार कहेंगे कि हमने (पार्टी का चिन्ह) चुराया है। शिंदे ने आगे दावा किया कि लोग उनके पक्ष में मतदान कर रहे हैं क्योंकि ठाकरे खेमे ने बालासाहेब ठाकरे के विचारों को त्याग दिया है।

शिंदे ने कहा, ‘हमने 13 सीटों पर चुनाव लड़ा (लोकसभा में) और 7 जीते। हमें 2 लाख ज़्यादा वोट मिले। उनका स्ट्राइक रेट 42 प्रतिशत था, हमारा 47 प्रतिशत। लोगों ने पुष्टि कर दी है कि शिवसेना किसकी है। शिवसेना का मूल मतदाता हमारे साथ है, और उन्हें विधानसभा चुनावों में यह पता चल जाएगा।” शिंदे ने यह भी दावा किया कि वे (विधानसभा सीटें) हार जाएंगे और उन्हें बाद में शिवसेना सुप्रीमो बने के विचारों को त्यागने के परिणाम भुगतने होंगे।

ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि जो पहले (उद्धव ठाकरे) अपने घर के गेट से बाहर नहीं निकलते थे, वो अब किसानों से उनके खेतों में मिल रहे हैं। शिंदे ने कहा कि विधानसभा चुनाव में मतदाता उनके (एमवीए) और हमारे (महायुति) द्वारा किए गए कार्यों की तुलना करेंगे। बता दें, हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में शिवसेना (यूबीटी) ने 21 सीटों पर चुनाव लड़कर नौ सीटें जीतीं।