Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में सियासी भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। जब से अजित पवार ने एकनाथ शिंदे सरकार का दामन थामा है तब सियासी बयानबाजी और तेज हो गई है। अब ऐसे में एक तरफ अजित गुट है तो दूसरी तरफ शरद खेमा है। हालांकि इन सबके के बीच अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट को तीन-दलीय सरकार की मंत्रिपरिषद में 13 सीटें मिलने की संभावना है। तीन दलों-भाजपा, शिवसेना और राकांपा के बीच विभिन्न विभागों के वितरण पर मतभेद के कारण नए शामिल मंत्रियों को विभागों के आवंटन में देरी हुई है। इसी बीच सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि अजित पवार गुट को वित्त विभाग मिल सकता है, जो महाराष्ट्र जैसे राज्य में काफी अहम माना जा रहा है।

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को ज्वाइन करने के बाद डिप्टी सीएम अजित पवार और राज्य मंत्री छगन भुजबल ने सोमवार को डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस मिलने उनके आवास पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात के दौरान मंत्रालय के बंटवारे पर बातचीत हुई। अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से बगावत करते हुए आठ विधायकों के साथ रविवार को सरकार में शामिल हो गए थे। उसी दिन राजभवन में सभी विधायकों को शपथ दिलाई गई।

अजित पवार पहले भी संभाल चुके हैं वित्त विभाग

अजित पवार और छगन भुगजबल के अलावा फडणवीस के आधिकारिक आवास मेघदूत बंगले पर एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे। अजित पवार के करीबी सूत्र ने बताया था कि उनके बीच मंत्रालय को लेकर चर्चा होगी। पूर्व में अजित पवार ने जल संसाधन, बिजली और वित्त विभाग की जिम्मेदारी संभाली है। मौजूदा समय में फडणवीस के पास ये तीनों मंत्रालय हैं। इसके अलावा गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी भी फडणवीस ही संभाल रहे हैं।

अजित गुट ने मांगे यह अहम विभाग

सूत्रों के मुताबिक, अजित गुट ने सरकार से 14 विभाग मांगे हैं, जो पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार में एनसीपी के पास थे। उनकी मांगों में वित्त, ऊर्जा, आवास, सहयोग, महिला एवं बाल विकास, सामाजिक न्याय जैसे विभाग शामिल हैं। जिस पर सोमवार सुबह अजीत पवार द्वारा अपने आधिकारिक आवास ‘देवगिरी’ पर बुलाई गई विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की बैठक में चर्चा की गई।

अजित गुट ने जिन विभागों को मांगा उनमें अधिकतर बीजेपी के पास

हालांकि, अजित गुट को 12 से 13 विभाग मिलने की उम्मीद है। अजित पवार खेमे के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि भाजपा ने हमें नौ कैबिनेट पदों के अलावा तीन राज्य मंत्री पदों की पेशकश की है। हमने 11 कैबिनेट और तीन कनिष्ठ मंत्रियों सहित 14 पद मांगे हैं। अजित पवार गुट ने जिन विभागों की मांग की है। उनमें से अधिकांश विभाग भाजपा के पास हैं। बताया जाता है कि शिंदे गुट ने कथित तौर पर भाजपा से कहा है कि वह अपने विभाग सत्ता में शामिल अजित पवार गुट को सौंप दें।

सत्ता में सबसे बड़ी साझेदार है बीजेपी

105 सदस्यों के साथ गठबंधन में सबसे बड़ी भागीदार भाजपा को 15 से 16 विभाग अपने पास रखने की उम्मीद है, जबकि पवार गुट को अधिकतम 13 मंत्री पद मिलेंगे। भाजपा से कम सीटें होने के बावजूद मुख्यमंत्री पद पाने वाले शिंदे गुट को दस मंत्रियों के अलावा तीन से चार पद और मिलने की संभावना है। एक बीजेपी नेता के अनुसार, ‘भले ही अजीत पवार गुट के विधायकों की संख्या स्पष्ट नहीं है, लेकिन उन्हें शिंदे गुट के बराबर हिस्सेदारी मिलेगी।