महाराष्ट्र में शनिवार को होने वाले राजनीतिक घटनाक्रम ने एक प्रोफेसर के लिए काफी सदमा भरा रहा है, प्रोफेसर ने दावा किया है सियासी घटनाक्रम से वह बीमार हो गया है और उसे छुट्टी चाहिए। प्रोफेसर का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। महाराष्ट्र में रातोंरात बदले सियासी घटनाक्रम में शिवसेना की जगह बीजेपी की सरकार बन गई और उद्धव ठाकरे की जगह देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बन गए।
सियासी भूचाल से प्रोफेसर सदमे में: दरअसल महाराष्ट्र के चंद्रपुर शहर से 43 किलोमीटर दूर गढ़चंदुर के एक कॉलेज में अंग्रेजी पढ़ाने वाले जहीर सैयद ने प्रिंसिपल ने छुट्टी का पत्र लिख दावा किया है, ‘राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम की वजह से मैं बीमार पड़ गया हूं और खबर देखकर सुबह सदमे में चला गया था इसलिए मुझे छुट्टी चाहिए।’ प्रोफेसर ने कहा कि उन्होंने छुट्टी के लिए आवेदन किया था, जिसे कॉलेज के प्रिंसिपल ने खारिज कर दिया। प्रोफेसर की कथित छुट्टी का आवेदन पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
Hindi News Today, 24 November 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की अहम खबरों के लिए क्लिक करें
अजीत पवार के कदम से हड़कंप: गौरतलब है कि शनिवार (24 नवंबर) की सुबह भाजपा के देवेंद्र फडणवीस (CM Devendra Fadanvis) ने दूसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और एनसीपी के अजीत पवार ने उनके साथ ही डिप्टी सीएम की शपथ ले ली। इसके बाद राज्य में सियासी भूचाल आ गया है, हालांकि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि अजीत का फैसला उनका व्यक्तिगत था और पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं हैं।
निर्दलीय विधायक निशाने पर: बता दें कि महाराष्ट्र में रातोंरात शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की तिकड़ी को चुनौती देकर बीजेपी ने सरकार तो बना ली है, लेकिन अग्निपरीक्षा अभी बाकी है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गवर्नर ने फ्लोर टेस्ट (Floor Test) के लिए 30 नवंबर तक का समय दिया है, लेकिन तीनों दलों ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में चुनौती देते हुए 24 घंटों के अंदर बहुमत साबित करने की चुनौती दी है। राज्य की सियासत दिलचस्प मोड़ पर है, ऐसे में बहुमत के लिए निर्दलीय विधायकों और छोटे दलों की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो गई है।