मुंबई स्थित महाराष्ट्र सचिवालय परिसर में मंगलवार को शराब की कई खाली बोतलें पाई गईं, जिसके बाद राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिये हैं। बोतलें मंत्रालय के ग्राउंड फ्लोर पर कैंटीन जाने वाली सीढ़ियों के नीचे मिलीं जहां मुख्यमंत्री, मंत्रियों, मुख्य सचिव और अन्य नौकरशाहों के कार्यालय स्थित हैं। बीजेपी विधायक नीतेश राने ने तंज कसते हुए कहा कि यहां रोजाना दारू पार्टी होती है

राने ने कहा कि मंत्रालय में दार की बोतलें मिली हैं। ये बात उन्हें किसी तरह से हैरत में नहीं डालती है। नाइट लाइफ गैंग का मंत्री यहां रहता है। इसलिए यहां पर पार्टी होती होगी…दारू के साथ और भी बहुत कुछ…। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कोविड टेस्ट से पहले मंत्रालय में आने वाले हर व्यक्ति का दारू टेस्ट कराना होगा। पैंग्विन गैंग से इसे शुरू करना होगा। उधर, इस घटना की वजह से सुरक्षा प्रणाली को लेकर सवाल उठ रहे हैं। बोतलें वहां कैसे पहुंची ये बड़ा सवाल है?

इस घटना की वजह से सुरक्षा प्रणाली को लेकर सवाल उठ रहे हैं। सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री दत्तात्रेय भराने ने कहा कि यह काम निर्माण कार्य के लिए मंत्रालय आने वाले निजी ठेकेदारों और मजदूरों का हो सकता है। उन्होंने कहा कि ये उनका निजी मत है कि हो सकता है कि मंत्रालय के भीतर बोतलें परिसर में विभिन्न काम कर रहे कुछ निजी ठेकेदारों के कर्मचारियों द्वारा लाई गई हों। वह इस बारे में गृह मंत्री दिलीप वल्से पाटिल को सूचित करेंगे। भराने ने कहा कि विस्तृत जांच की जाएगी और दोषियों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

यह पूछे जाने पर कि क्या यह घटना सुरक्षा में खामी का नतीजा है, उन्होंने कहा- कोई भी व्यक्ति सुरक्षा अधिकारियों द्वारा जारी किए जाने वाले वैध पास के बिना मंत्रालय के भीतर प्रवेश नहीं कर सकता। भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने शिवसेना नीत महा विकास आघाड़ी सरकार की निन्दा की।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के दिल में शराब कारोबार को लेकर हमदर्दी है। उपाध्ये ने कहा कि भाजपा सरकार ने महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में शराब की बिक्री और वितरण पर रोक लगा दी थी, लेकिन एमवीए सरकार ने उस निर्णय को पलट दिया है। उन्होंने कहा कि यहां तक कि इस सरकार ने कोविड-19 के दौरान अन्य दुकानों और सेवाओं के लिए ढील देने से पहले ही शराब की दुकानों को खोल दिया।