Maharashtra Government Formation Live News Updates: महाराष्ट्र में सरकार गठन पर मचा सियासी घमासान दिन-ब-दिन दिलचस्प होता जा रहा है। Shivsena, Congress और NCP के बाद अब शुक्रवार (15 नवंबर, 2019) को सियासी रेस में BJP ने कमबैक कर लिया। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने दावा किया कि उनके पास 119 विधायकों का समर्थन है, जिससे वह जल्द ही सरकार बनाएंगे।
इसी बीच, सीनियर कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने रात को पत्रकारों से कहा- कांग्रेस अकेली चीजें निर्धारित नहीं कर सकती है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और AICC प्रमुख सोनिया गांधी 17 नवंबर को बैठक करेंगे और आगे की कार्रवाई पर चर्चा करेंगे। वे फैसला लेंगे कि आखिर कैसे समस्या का हल किया जाएगा, जिसके बाद आगे की चीजें स्पष्ट हो सकेंगी।
दरअसल, गुरुवार को ही शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी में सरकार बनाने को लेकर ‘न्यूनतम साझा कार्यक्रम’ पर सहमति बनी है। तीनों के बीच एक प्रस्ताव भी तैयार हुआ है, जो इन तीनों ही दलों के आलाकमानों के पास जाएगा और फिर आगे की चीजें तय होंगी। हालांकि, इस साझा कार्यक्रम को लेकर चीजें फिलहाल अधिक स्पष्ट नहीं हैं, पर सूबे में सरकार के लिए सब एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं।
Highlights
महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस के गठबंधन वाली पहली सरकार बनती दिख रही है जहां राकांपा नेता शरद पवार ने शुक्रवार को विश्वास जताया कि तीन दलों की सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और विकासोन्मुखी शासन देगी। राकांपा ने यह भी कहा कि गठबंधन की अगुवाई शिवसेना करेगी। मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा के साथ शिवसेना की सहमति नहीं बन पाई थी।
महाराष्ट्र भाजपा के प्रमुख चन्द्रकांत पाटिल ने शुक्रवार को दावा किया कि भाजपा को 119 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और वह जल्दी ही राज्य में सरकार का गठन करेगी। पाटिल का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब भाजपा के गठबंधन सहयोगी शिवसेना ने राजग से नाता तोड़ लिया है और कांग्रेस तथा राकांपा के साथ मिलकर सरकार गठित करने की ओर बढ़ रही है।
उनका दावा है कि 21 अक्टूबर को हुए चुनाव में भाजपा को 105 सीटें मिली थीं लेकिन वर्तमान में उसके पास कुछ निर्दलीय विधायकों का समर्थन है और उसकी संख्या 119 पहुंच गयी है। एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से हमारी संख्या 119 पहुंच रही है। भाजपा इस संख्या के साथ सरकार बनाएगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम राज्य में सभी राजनीतिक गतिविधियों पर करीब से नजर रख रहे हैं।’’
राकांपा ने शुक्रवार को अपने नेता शशिकांत शिंदे को पार्टी की महाराष्ट्र इकाई का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। पूर्व राकांपा विधायक शिंदे को पार्टी के नवी मुंबई जिले का दायित्व भी दिया गया है। राकांपा ने बसवराज पाटिल नागरलकर को राज्य में पार्टी के अन्य संगठनों का संयोजक नियुक्त किया है।
महाराष्ट्र राकांपा प्रमुख जयंत पाटिल ने शिंदे और नागरलकर को हेमंत तकले और शिवाजीराव गरजे की उपस्थिति में नियुक्ति पत्र दिया गया।
महाराष्ट्र में बीते माह बेमौसम बारिश से 325 तालुकाओं में 54.22 लाख हेक्टेयर फसल को नुकसान पहुंचा है। देवेंद्र फडणवीस सरकार ने प्रभावित किसानों को तत्काल राहत देने के लिये 10,000 करोड़ रुपए की घोषणा की थी।
हालांकि, शिवसेना समेत गैर-भाजपाई दलों ने स पैकेज को नाकाफी बताया और किसानों के लिये प्रति हेक्टेयर 25,000 रुपये की सहायता की मांग की।
महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस के गठबंधन वाली पहली सरकार बनती दिख रही है जहां राकांपा नेता शरद पवार ने शुक्रवार को घोषणा की कि सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और विकासोन्मुखी शासन देगी। महाराष्ट्र में पहली बार ऐसा प्रयोग हो रहा है जब अलग अलग विचारधारा के ये दल सरकार बना रहे हैं जिसका नेतृत्व शिवसेना करेगी।
तीनों दलों ने साझा न्यूनतम कार्यक्रम (सीएमपी) का मसौदा तैयार कर लिया है जिससे राज्य में उनके गठबंधन का एजेंडा निर्धारित होगा। इससे पहले, पिछले दो दशक में राज्य की सियासत भाजपा-शिवसेना और कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के इर्दगिर्द घूमती रही है।
महाराष्ट्र में सरकार गठन से पहले तैयार किया गया न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) किसानों और बेरोजगारी से निपटने के उपायों पर केंद्रित है। कांग्रेस के एक नेता ने शुक्रवार को यह बताया। महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए संभावित गठबंधन पर फैसला करने से पहले कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना के नेताओं ने बृहस्पतिवार को यहां मुलाकात कर न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर विचार विमर्श किया था।
कांग्रेस के एक नेता ने पीटीआई-भाषा को बताया कि तीनों दलों के प्रतिनिधियों ने सीएमपी का मसौदा तैयार किया है। अब इसे तीनों दलों के शीर्ष नेता मंजूरी और अंतिम रूप देंगे। उन्होंने कहा कि सीएमपी का मसौदा किसानों के समक्ष पेश आ रही समस्याओं के समाधान और बेरोजगारी से निपटने पर केंद्रित है। यदि किसी मुद्दे को शामिल करने या हटाने का कोई सुझाव आता है तो तीनों दलों की एक और बैठक की जाएगी।
महाराष्ट्र के मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य को किक्रेट से जोड़ते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इन दोनों क्षेत्रों (क्रिकेट और राजनीति) में "कुछ भी" हो सकता है। उन्होंने कहा कि जो मैच हारता हुआ दिखाई देता है वास्तव में वह जीत भी सकता है।
गडकरी का बयान ऐसे वक्त आया है जब भाजपा से अलग हो चुकी शिवसेना कांग्रेस और राकांपा की मदद से सरकार बनाने का प्रयास कर रही है। तीनों दल संभावित सरकार के मार्गदर्शन के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम का मसौदा तैयार कर चुके हैं।
महाराष्ट्र में NCP-कांग्रेस के साथ आने पर वीडी सावरकर के पोते रंजीत ने कहा है- उद्धव जी, सत्ता के लिए कभी भी हिंदुत्व का और सावरकर जी को भारत रत्न दिलाने की मांग के मुद्दे से पीछे नहीं हटेंगे। मुझे यकीन है कि शिवसेना हिंदुत्व पर कांग्रेस की मुद्रा बदलवा देगी।
महाराष्ट्र में शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी राज्य में अगली सरकार का नेतृत्व करेगी और इसके गठन से पहले कांग्रेस और राकांपा के बीच जिस न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) पर काम किया जा रहा है वह ‘‘राज्य के हित’’ में होगा।
राउत ने संवाददाताओं से कहा कि उद्धव ठाकरे नीत भगवा दल केवल पांच साल नहीं बल्कि ‘‘आगामी 25 साल’’ तक महाराष्ट्र में सरकार का नेतृत्व करेगा। शुक्रवार को 58 वर्ष के हुए राज्यसभा सदस्य राउत से यह पूछा गया था कि क्या उनका दल तीन दलीय संभावित सरकार में अपने सहयोगियों राकांपा और कांग्रेस के साथ मुख्यमंत्री पद साझा करेगा या नहीं, जिसके जवाब में उन्होंने यह टिप्पणी की।
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए शुक्रवार को कहा कि राज्य में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की सरकार बनेगी और यह पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। महाराष्ट्र में फिलहाल राष्ट्रपति शासन है। उन्होंने कहा कि तीन दल एक स्थायी सरकार बनाना चाहते हैं जो विकासोन्मुख होगी।
पवार ने पत्रकारों से कहा कि मध्यावधि चुनाव की कोई संभावना नहीं है। यह सरकार बनेगी और पूरे पांच साल चलेगी। हम सभी यही आश्वस्त करना चाहेंगे कि यह सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा राज्य में सरकार गठन के लिये राकांपा के साथ चर्चा कर रही थी, इस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी सिर्फ शिवसेना, कांग्रेस और गठबंधन सहयोगियों के साथ बात कर रही है, इसके अलावा किसी से नहीं।
महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन के सरकार गठन की चर्चाएं हैं। शनिवार को तीनों पार्टियों के नेता राज्यपाल से मुलाकात भी करेंगे। हालांकि एनसीपी नेता नवाब मलिक ने अपने एक बयान में ये भी कहा है कि कांग्रेस अभी सरकार में शामिल होने को लेकर असमंजस में है। यदि कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं होगी तो सरकार नहीं बनाएंगे।
एनसीपी चीफ शरद पवार ने आज मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसानों के मुद्दे पर केन्द्र की भाजपा सरकार को घेरने का प्रयास किया। एनसीपी चीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि महाराष्ट्र के किसान संकट में हैं। संतरे की फसल को भारी बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है। शरद पवार ने केन्द्र की भाजपा सरकार को किसानों की मदद के लिए आगे आने को कहा है।
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बताया है कि शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस द्वारा शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात का समय मांगा था, जिसकी मंजूरी राज्यपाल ने दे दी है। तीनों दलों के नेता शनिवार शाम में 3 बजे के करीब राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। नवाब मलिक ने बताया कि इस मुलाकात में किसानों के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
महाराष्ट्र में सरकार गठन के मुद्दे पर एनसीपी चीफ शरद पवार और कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच मुलाकात हो सकती है। बताया जा रहा है कि यह मुलाकात 17-18 नवंबर को हो सकती है।
महाराष्ट्र में सरकार गठन की कोशिशों के बीच शुक्रवार को कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। बता दें कि अहमद पटेल पार्टी के उन तीन नेताओं में शामिल थे, जिन्हें एनसीपी नेताओं के साथ बातचीत के लिए मुंबई भेजा गया था।
एनसीपी चीफ शरद पवार ने अपने एक बयान में कहा है कि महाराष्ट्र में सरकार गठन की प्रक्रिया शुरु हो गई है। यह सरकार 5 साल तक चलेगी।
भारतीय जनता पार्टी ने शिवसेना- एनसीपी-कांग्रेस पर सत्ता के लिए गठबंधन का ड्रामा करने का आरोप लगाया है। शिवसेना नेता संजय राउत पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता की तरफ से ये भी कहा गया कि मोदी-शाह को समझने के लिए संजय राउत को कई जन्म लेने पड़ेंगे।
एनसीपी चीफ शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया है कि महाराष्ट्र का किसान संकट में है। भारी बारिश से फसलों को अभूतपूर्व नुकसान पहुंचा है और संतरे की फसल काफी ज्यादा प्रभावित हुई है। शरद पवार ने ये भी कहा कि केन्द्र सरकार को भी किसानों के नुकसान का आकलन करना चाहिए।
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि क्रिकेट और राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है। एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि "क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी हो सकता है। कई बार आपको लगता है कि आप मैच हार रहे हैं, लेकिन नतीजा उसके ठीक विपरीत आता है।"
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के बीच जो मंत्रालयों का बंटवारा हुआ है, उसके मुताबिक शिवसेना को सीएम पद के साथ ही 14 मंत्री पद भी मिलेंगे। वहीं एनसीपी को भी 14 और कांग्रेस को 12 मंत्री पद मिलने की बात कही जा रही है।
बताया जा रहा है कि शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को लेकर 17 नवंबर को ऐलान हो सकता है। बता दें कि 17 नवंबर को शिवसेना संस्थापक बाला साहब ठाकरे की पुण्यतिथि है।
सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच सरकार गठन के लिए बनी आम सहमति के मुताबिक शिवसेना के पास सीएम पद पांच साल यानी पूरे कार्यकाल के लिए होगा जबकि दोनों दलों के एक-एक डिप्टी सीएम भी होंगे।
मीडिया में चल रहीं रिपोर्ट्स के अनुसार, नगर विकास और वित्त मंत्रालय शिवसेना के पास जा सकता है। वहीं राजस्व विभाग कांग्रेस को मिल सकता है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम महाराष्ट्र के हित में होगा। उन्होंने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री शिवसेना की ही होगा। कांग्रेस की तारीफ करते हुए संजय राउत ने कहा कि देश की आजादी में कांग्रेस का योगदान है।
सूत्रों के अनुसार, तीनों पार्टियों के बीच इस बात पर भी सहमति बन गई है कि सीएम शिवसेना का होगा। वहीं डिप्टी स्पीकर पद एनसीपी को मिल सकता है।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के बीच सहमति बनती दिखाई दे रही है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तीनों पार्टियों के बीच गुरुवार को हुई बैठक में न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर भी सहमति बन गई है और अहम मंत्रालयों का भी बंटवारा हो गया है। सूत्रों के अनुसार, राजस्व विभाग, कांग्रेस के खाते में जाएगा।