महाराष्ट्र में चुनाव परिणाम आने के पांच दिन बाद भी अभी तक भाजपा-शिवसेना गठबंधन में सरकार बनाने का फॉर्म्यूला तय नहीं हो पा रहा है। चुनाव परिणाम आने के बाद शिवसेना लगातार भाजपा पर दबाव बना रही है। पार्टी इसके लिए अपने मुखपत्र सामना में संपादकीय के साथ ही अपने नेताओं के बयान के जरिये भाजपा पर दबाव बनाने में जुटी हुई है।
शिवसेना 50-50 फॉर्म्यूले के तहत 2.5 साल के लिए सीएम पद की मांग कर रही है। शिवसैनिकों की मांग है कि पार्टी की तरफ से उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाया जाए। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी शिवसैनिक के महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाए जाने की बात कह चुके हैं।
आदित्य ठाकरे को सीएम बनाने के लिए तो मुंबई में जगह-जगह पोस्टर भी लगाए जा चुके हैं। पार्टी की तरफ से टीवी चैनलों पर भी आदित्य ठाकरे की शान में कसीदे पढ़े जा रहे हैं। एक टीवी चैनल पर शिवसेना की तरफ से आदित्य ठाकरे को करिश्माई नेता बताया गया। शिवसेना नेता के इस दावे की एंकर ने पोल खोल कर रख दी।
चर्चा के दौरान शिवसेना की तरफ से विजय कृष्ण मौजूद थे। आदित्य ठाकरे को करिश्माई नेता बताने पर टीवी एंकर ने कहा कि आदित्य ठाकरे ने ऐसा क्या कर दिया कि उन्हें करिश्माई नेता बताया जा रहा है। एंकर ने आदित्य ठाकरे को वर्ली से चुनाव लड़ने को लेकर भी सवाल पूछा।
एंकर ने कहा कि वर्ली सीट शिवसेना का गढ़ रही है। आदित्य ठाकरे युवा विंग के अध्यक्ष हैं। एंकर ने शिवसेना नेता विजय कृष्ण से कहा कि आदित्य ठाकरे को चुनाव लड़वा कर शिवसेना ने परिवारवाद की राजनीति को ही आगे बढ़ाया है। एंकर ने शिवसेना नेता से स्लो मोशन में कहा कि इसे हमारी भाषा में परिवारवाद की राजनीति कहते हैं। परिवारवाद की बात पर शिवसेना नेता ने पूनम महाजन का हवाला दिया। हालांकि, उन्होंने इस मुद्दे पर आगे चर्चा करने से किनारा कर लिया।
हालांकि, शिवसेना नेता इसके बावजूद भी आदित्य ठाकरे की तारीफ करते रहे। उन्होंने कहा कि आदित्य ठाकरे पिछले तीन साल से महाराष्ट्र में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन करने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस चुनाव में भाजपा ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं। बहुमत का आंकड़ा हासिल करने के बाद भी अभी तक महाराष्ट्र में सरकार गठन की तस्वीर साफ नहीं पा रही है।