पुलिस आयुक्त कार्यालय में 200 से अधिक मुस्लिम समुदाय के नेताओं के साथ एक बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार (22 जनवरी) को आश्वासन दिया कि केंद्र की नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) की वजह से “किसी को भी नहीं देश छोड़ना होगा”। पुलिस आयुक्त ने बैठक में उपस्थित लोगों से कहा कि उन्हें विरोध करने का अधिकार है, लेकिन यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी को असुविधा न हो और कोई कानून न तोड़े। बता दें कि वहीं दूसरी तरफ सीएम उद्धव ठाकरे अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे। इसकी जानकारी राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने ट्विट कर दी है।

सीएए के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया जाए: मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने उद्धव को एक ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि केरल और पंजाब की तर्ज पर सीएए के खिलाफ राज्य के विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया जाए। इस ज्ञापन में रजा अकादमी के महासचिव सईद नूरी और जामिया कादरिया, अशरफिया के सैयद मोइनुद्दीन अशरफ ने कहा है कि हम आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करते हैं कि आप भाजपा सरकार द्वारा पारित किए गए विधिवत और असंवैधानिक अधिनियमों को इनकार करते हुए एक प्रस्ताव पारित करें। इस कानून का न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में एक अभूतपूर्व तरीके से विरोध हो रहा है। केरल और पंजाब सरकार ने पहले ही इस तरह का कदम उठा चुकी हैं। उम्मीद है कि अन्य राज्य भी जल्द ही इसका पालन करेंगे।

Hindi News Live Hindi Samachar 23 January 2020: देश की खबरों के लिए यहां क्लिक करें

सीएए पर अपनी आशंका व्यक्त की: सीएम से मिलन के बाद मीडिया से बात करते हुए नूरी ने कहा कि, “हम मुख्यमंत्री से मिले और सीएए – एनआरसी के बारे में अपनी आशंका व्यक्त की। हालांकि उन्होंने हमें बताया कि हम इस देश के नागरिक हैं और किसी को भी हमारी नागरिकता छीनने का अधिकार नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी को भी देश नहीं छोड़ना पड़ेगा। हमने इससे संबधित उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है।

पहले भी हुई थी मुलाकात: एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने पहले भी सीएम से मुलाकात की थी। इसके बाद भी उन्होंने एकबार फिर उनसे मिलने का अनुरोध किया था। यह बैठक लगभग 20 मिनट तक चली।

सीएए को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं: मुंबई पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी प्रणय अशोक ने कहा कि, “चूंकि मुंबई पुलिस ने इससे पहले भी बातचीत करने के लिए नेताओं के बीच बैठक कराई थी, इसलिए पुलिस आयुक्त कार्यालय में बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में सीएम ने नेताओं से मुलाकात की और उन्होंने सीएए पर कहा कि उन्हें चिंतित होने की जरूरत नहीं है।”