महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ में शिफ्ट न होने को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। कुछ लोगों का मानना है कि इसके पीछे अंधविश्वास जुड़ा हुआ है, जबकि फडणवीस ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अपनी बेटी की बोर्ड परीक्षाओं के बाद वहां शिफ्ट होंगे।
संजय राउत ने तांत्रिक क्रियाओं का लगाया था आरोप
शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया था कि ‘वर्षा’ बंगले में तांत्रिक क्रियाएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे की यात्रा के दौरान बलि दी गई भैंसों के अवशेष बंगले के परिसर में गाड़े गए थे, ताकि मुख्यमंत्री की कुर्सी शिंदे के अलावा किसी और को न मिले। हालांकि, फडणवीस ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि वह मरम्मत कार्य पूरा होने और बेटी की परीक्षा समाप्त होने के बाद वहां शिफ्ट होंगे।
जून 2022 में उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करने के बाद एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने नवंबर 2024 तक इस पद को संभाला, लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री बने। हालांकि, उन्होंने पद संभालने के बाद भी ‘वर्षा’ बंगले में जाने से परहेज किया है और ‘सागर’ बंगले में रह रहे हैं।
राउत के बयान पर विवाद
राज्यसभा सांसद राउत ने सवाल उठाया कि फडणवीस ‘वर्षा’ में क्यों नहीं जा रहे हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि अगर वह वहां जाते भी हैं तो रात में नहीं रुकते। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा में चर्चा थी कि गुवाहाटी में बलि दी गई भैंसों के सींग ‘वर्षा’ बंगले में गाड़े गए थे।
फडणवीस ने राउत के दावों को नकारते हुए कहा कि यह सब कोरी अफवाहें हैं। उन्होंने बताया कि एकनाथ शिंदे के बंगला खाली करने के बाद वह वहां शिफ्ट हो जाएंगे। साथ ही, उनकी बेटी 10वीं की परीक्षा की तैयारी कर रही है और उसने अनुरोध किया था कि परीक्षा के बाद ही वे नया घर लें।
राउत के दावे कितने सही हैं, यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह विवाद राजनीतिक रंग ले चुका है। शिंदे गुट ने भी राउत के बयान को मजाकिया लहजे में लिया और कहा कि इस विषय पर वही ज्यादा जानते हैं। यह विवाद अभी थमा नहीं है, लेकिन फडणवीस ने यह साफ कर दिया है कि वह जल्द ही ‘वर्षा’ में शिफ्ट होंगे और इसके पीछे कोई अंधविश्वास नहीं है।