Maharashtra Polls: अब से कुछ कुछ घंटों बाद साफ हो जाएगा कि महाराष्ट्र में सत्ता की कुंजी किसके हाथ में होगी, लेकिन इससे पहले महायुति और महा विकास अघाड़ी में मुख्यमंत्री पद को लेकर सुगबुगाहट तेज हो चुकी है। हालांकि, दोनों दलों की तरफ से अभी तक मुख्यमंत्री फेस को घोषित नहीं किया गया है, लेकिन इसी बीच बीजेपी जो महायुति का नेतृत्व कर रही है और देवेंद्र फडणवीस राज्य के डिप्टी सीएम भी हैं। ऐसे में उनकी और आरएसएस चीफ मोहन भागवत की मुलाकात ने राज्य में नए मुख्यमंत्री पद को लेकर सुगबुगाहट तेज कर दी है।

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को संघ मुख्यालय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से मुलाकात की। हालांकि, फडणवीस ने राजनीतिक निहितार्थों को पूरी तरह से खारिज किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि आरएसएस प्रमुख शहर में थे। इसलिए मैं उनसे मिलने गया था। उन्होंने कहा कि यह केवल एक शिष्टाचार भेंट थी।

एग्जिट पोल के अनुमानों पर कि भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति 130 से 156 सीटें जीत सकती है। जो सरकार बनाने के लिए पर्याप्त आंकड़ा हो सकता है। फडणवीस ने कहा कि मैं एग्जिट पोल पर अटकलें नहीं लगाता,लेकिन हमें फाइनल नतीजों का इंतजार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि महायुति को बहुमत मिलेगा।

आरएसएस प्रमुख के साथ फडणवीस की लगभग 15 मिनट की बैठक ने राजनीतिक एक्सपर्ट को सोचने पर मजबूर कर दिया है। कई लोगों ने इसे मुख्यमंत्री पद के लिए संघ का समर्थन हासिल करने की कोशिश माना है। राजनीतिक एक्सपर्ट का अनुमान है कि भाजपा की सीएम पद की आकांक्षा है, खासकर एकनाथ शिंदे के शासनकाल में सबसे अधिक संख्या होने के बावजूद उनका राज्य में मुख्यमंत्री न होना। ऐसे में बीजेपी इस बार किसी तरह की गलती नहीं करना चाहेगी।

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इस चुनाव में भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में पेश किए जाने के साथ ही राजनीतिक संतुलन बदल गया है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने दावा किया कि भाजपा महाराष्ट्र में नई सरकार का नेतृत्व करने के अपने दावे को छोड़ने के लिए अनिच्छुक है। परंपरागत रूप से, भाजपा महत्वपूर्ण नेतृत्व निर्णयों, विशेष रूप से सीएम उम्मीदवार को अंतिम रूप देने से पहले आरएसएस से परामर्श करती है।

पर्यवेक्षकों का कहना है कि भाजपा ने सहयोगियों के साथ सहयोगात्मक रवैया दिखाया है। अगर पार्टी विश्लेषकों के अनुमान के मुताबिक प्रदर्शन करती है, तो यह गठबंधन के भीतर अपनी श्रेष्ठता को मजबूत कर सकती है। इससे पहले दिन में, फडणवीस ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले और एनसीपी (एसपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले के खिलाफ 2018 के क्रिप्टोकरेंसी घोटाले में बिटकॉइन के दुरुपयोग के आरोपों की गहन जांच की मांग की थी।