Shivaji Statue Collapse: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्रपति शिवाजी की मूर्ति गिरने को लेकर शुक्रवार को माफी मांगी थी। उन्होंने इस मूर्ति का उद्घाटन आठ महीने पहले किया था। इसके बाद राज्य कांग्रेस ने कहा कि पीएम मोदी ने अपनी गलती मान ली है तो अब समय आ गया है कि महाराष्ट्र की सरकार जिम्मेदारी ले और इस्तीफा दे।

महाराष्ट्र कांग्रेस पार्टी के चीफ नाना पटोले ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति का गिरना महाराष्ट्र के गौरव का पतन है। प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य के लोगों की भावनाओं को देखते हुए माफी मांगी। उनकी माफी का मतलब है कि उन्होंने अपनी गलती मान ली है। लेकिन महाराष्ट्र के लोग शिवाजी महाराज के सेवक हैं और वह इसे कभी भी स्वीकार नहीं करेंगे।

महाराष्ट्र सरकार को देना चाहिए इस्तीफा- नाना पटोले

कांग्रेस नेता इतने पर ही नहीं रूके उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने महाराष्ट्र के गौरव को ठेस पहुंचाई है। इससे पहले मुंबई में विपक्षी कांग्रेस के नेताओं को पीएम मोदी के शहर के दौरे से पहले पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मुंबई की अलग-अलग जगहों पर पोस्टर लगाए थे। इसमें मूर्ति गिरने की घटना पर पीएम मोदी से माफी मांगने की मांग की गई थी।

‘मैं महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों से माफी मांगता हूं’, शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के बाद बोले डिप्टी CM अजित पवार

कांग्रेस ने बोला हमला

कांग्रेस नेता वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि माफी मांगना ही काफी नहीं होगा। बीजेपी के नेतृत्व वाली यह सरकार विपक्ष के सदस्यों के खिलाफ झूठे मामलों में कार्रवाई करने के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करती है। लेकिन जब उसकी अपनी गलती सामने आती है, तो वह सिर्फ माफी मांगती है। हम जानना चाहते हैं कि न केवल ठेकेदारों के खिलाफ बल्कि महाराष्ट्र के गौरव को नुकसान पहुंचाने वाले राजनेताओं के खिलाफ भी क्या कार्रवाई की जाएगी।

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने किया था दौरा

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को मूर्ति गिरने वाली जगह का दौरा किया और घटना की जांच का वादा किया। पवार ने मालवण का दौरा करने के बाद में कहा कि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और जांच करने के बाद भी कुछ छिपा नहीं रहेगा। हम यह तय करेंगे कि उसी जगह पर छत्रपति शिवाजी महाराज की एक बड़ी और अच्छी मूर्ति लगाई जाए।