महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। इस बीच राजनीतिक दलों के नेताओं का चुनाव प्रचार जारी है। सभी उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिया है। इस दौरान हलफनामे में अपनी संपत्ति का भी जिक्र किया है। महाराष्ट्र के 27 कैबिनेट मंत्रियों की आर्थिक स्थिति में पिछले 5 सालों में मामूली सुधार हुआ है। लेकिन कुछ अपवाद भी है, जहां पर नेताओं की संपत्ति में बड़ी वृद्धि देखी गई है।

772 फीसदी बढ़ी अदिति तटकरे की संपत्ति

अधिकांश नेताओं की संपत्ति में वृद्धि इसलिए हुई क्योंकि इन मंत्रियों ने इस अवधि के दौरान जमीन और फ्लैट खरीदे। जिन मंत्रियों की संपत्ति में अधिक वृद्धि हुई, उनमें महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे का नाम भी शामिल है। उनकी संपत्ति में 772% की वृद्धि देखी गई। 2019 में मंत्री की संपत्ति 39 लाख रुपये थी जो अब बढ़कर 3.4 करोड़ रुपये हो गई। लोक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण की कुल संपत्ति 117% बढ़कर 7 करोड़ रुपये से 15.5 करोड़ रुपये हो गई। मृदा और जल संरक्षण मंत्री संजय राठौड़ की संपत्ति 5.9 करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 15.9 करोड़ रुपये हो गई, जो 220% की वृद्धि है।

CM शिंदे की संपत्ति 66% बढ़ी

खेल, युवा कल्याण और बंदरगाह विकास मंत्री संजय बंसोडे की कुल संपत्ति 144% बढ़कर 2 करोड़ रुपये से 5 करोड़ रुपये हो गई। वहीं सीएम एकनाथ शिंदे की कुल संपत्ति में 66% की बढ़ोतरी देखी गई। महायुति सरकार में उपमुख्यमंत्रियों अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस की कुल संपत्ति में क्रमशः 44% और 56% की वृद्धि हुई।

‘अजित पवार को ब्लैकमेल किया गया, अब फडणवीस मुश्किल में…’, शरद पवार गुट ने लगाया बड़ा आरोप

तीन NCP मंत्रियों के खिलाफ ED के मामले

तीन मंत्री मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच का सामना कर रहे हैं। इसमें अजीत पवार और उनके सहयोगी हसन मुश्रीफ महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (एमएससीबी) मामले में, जबकि मंत्री छगन भुजबल जमानत पर हैं। आरटीओ भूमि और महाराष्ट्र सदन से संबंधित एक कथित घोटाले से जुड़े मामले में भुजबल को 2016 में गिरफ्तार किया गया था।

मुश्रीफ को ईडी की छापेमारी और पूछताछ का सामना करना पड़ा था जबकि अजित पवार से इस मामले में कभी पूछताछ नहीं की गई थी। इन नेताओं ने विधानसभा चुनाव के लिए दायर अपने हलफनामे में इन मामलों का उल्लेख किया है। भुजबल की कुल संपत्ति में 17% की वृद्धि हुई, जबकि मुश्रीफ की कुल संपत्ति में 34% की वृद्धि हुई।

मंत्री की संपत्ति में गिरावट

एकमात्र मंत्री जिनकी शुद्ध संपत्ति में गिरावट आई है, वे बिल्डर और राजनेता मंगल प्रभात लोढ़ा (मालाबार हिल विधायक) हैं। उनकी संपत्ति में 11% की कमी आई है। मुख्य रूप से बढ़ती देनदारियों के कारण गिरावट आई है। 2020-21 में रोहा में 1 करोड़ रुपये मूल्य की 12 एकड़ से अधिक कृषि भूमि और 21 लाख रुपये मूल्य की 75,827 वर्ग फुट गैर-कृषि भूमि का अधिग्रहण करने के बाद अदिति तटकरे की कुल संपत्ति में वृद्धि देखी गई। रवींद्र चव्हाण के परिवार की कुल संपत्ति में भी काफी वृद्धि हुई, जो 7.1 करोड़ रुपये से बढ़कर 15.5 करोड़ रुपये हो गई। उनकी संपत्ति में एक रिवॉल्वर भी शामिल है, जिसकी कीमत 1.5 लाख रुपये है।

संजय राठौड़ की कुल संपत्ति 2023 में प्रभादेवी में 13 करोड़ रुपये का फ्लैट खरीदने के बाद बढ़ी, जबकि उनकी पत्नी ने दिसंबर 2019 में नागपुर में 11 करोड़ रुपये में 37,452 वर्ग फुट की कमर्शियल संपत्ति खरीदी। नतीजतन उनकी देनदारियां भी 2.2 रुपये से काफी बढ़ गईं। धनंजय मुंडे ने दिसंबर 2023 में मालाबार हिल में 10 करोड़ रुपये मूल्य का 2,151 वर्ग फुट का फ्लैट और 2022 में पुणे में 1.1 करोड़ रुपये मूल्य का 930 वर्ग फुट का फ्लैट खरीदा, जिससे पिछले पांच वर्षों में परिवार की शुद्ध संपत्ति में 81% की वृद्धि हुई।