महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे को गंभीर बीमारी हो गई है। इसके कारण वह महत्वपूर्ण बैठकों में भी भाग नहीं ले रहे हैं। मुंडे ने ही सोशल मीडिया के जरिए बताया कि उन्हें ‘बेल्स पाल्सी’ नाम की बीमारी है और इसके कारण वह दो मिनट भी बोल नहीं पा रहे हैं। उनका कहना है मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अपने नेता अजित पवार को मुंडे ने इसकी जानकारी दे दी है। वह ठीक होने के बाद बैठकों में हिस्सा लेने लगेंगे।
बता दें कि करीब 15 दिन पहले ही धनंजय मुंडे की आंखों की सर्जरी हुई थी। इस दौरान उन्हें रोशनी, धूल और तेज धूप से बचने की सलाह दी गई थी। धनंजय मुंडे पर कई आरोप भी लग रहे हैं। पिछले साल 9 दिसंबर को बीड के एक सरपंच संतोष देशमुख के अपहरण और हत्या से जुड़े जबरन वसूली मामले में मुंडे के करीबी की गिरफ्तारी की गई थी। इसके बाद से ही वह विपक्ष के निशाने पर हैं। इसके अलावा महायुति सरकार के कुछ सहयोगी भी उन्हें निशाने पर ले रहे हैं। हालांकि मुंडे ने साफ कर दिया है कि उनका सरपंच मामले से कोई भी संबंध नहीं है।
धनंजय मुंडे ने फेसबुक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने कहा कि अभी मैं 2 मिनट भी ठीक से नहीं बोल पा रहा हूं और इसी की वजह से मैं मंत्रिमंडल की बैठक और सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रह रहा हूं। मुंडे ने कहा कि मैं जल्द से जल्द सार्वजनिक कार्यक्रमों में लौट के लिए प्रतिबद्ध हूं।
कितनी खतरनाक है ये बीमारी?
अब जानते हैं कि आखिर में धनंजय मुंडे जिस बीमारी से जूझ रहे हैं, उसका क्या असर है। बेल्स पाल्सी चेहरे, मांसपेशियों के कमजोर होने और लकवा मारने से जुड़ा हुआ है। यह अचानक शुरू होता है और 48 घंटे के अंदर मरीज की स्थिति बिगड़ सकती है। इस बीमारी के लक्षण की बात करें तो इसमें चेहरे या सिर में दर्द हो सकती है। इसके कारण बोलने में भी दिक्कत आ सकती है।
ज्यादातर यह बीमारी डायबिटीज, इन्फ्लूएंजा, सर्दी या सांस की परेशानी से जुड़े लोगों को हो सकती है। हालांकि अच्छी बात या है कि आमतौर पर 2 हफ्ते से लेकर 6 महीने के बीच इस बीमारी से रिकवरी शुरू हो जाती है और स्थाई नहीं है।