Maharashtra News: महाराष्ट्र में टीपू सुल्तान को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब ताजा मामला राज्य के धुले शहर से सामने आया है। यहां टीपू सुल्तान के एक अवैध स्मारक को प्रशासन ने तोड़ दिया। धुले शहर में एक चौक पर एक छोटा सा चबूतरा बनाया गया था। जिसको टीपू सुल्तान नाम दिया गया था। इसको लेकर स्थानीय हिंदू संगठनों की ओर से भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारियों से शिकायत की गई थी।

ओवैसी की पार्टी के विधायक ने कराया था निर्माण

टीपू सुल्तान के इस अवैध स्मारक को ओवैसी के पार्टी (AIMIM) के स्थानीय विधायक फारूक अनवर शाह ने चौक में सड़क के बीच में बनवाया था। इस शिकायत के बाद 100 फुट रोड वडजई रोड के चौराहे पर बने स्मारक को बुलडोजर से गिरा दिया गया।

भाजयुमो ने डिप्टी सीएम को लिखा था पत्र

भारतीय जनता युवा मोर्चा ने इस स्मारक को गिराने की मांग को लेकर गृह मंत्री और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा था। साथ ही एसपी व धुले नगर निगम आयुक्त को पत्र भी लिखा था। शिकायत के बाद अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए गए। टीपू सुल्तान के स्मारक को ध्वस्त करने के बाद शहर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

इलाके में सुरक्षा बढ़ाई गई

नगर निगम ने डी मार्ट से बाइपास हाईवे तक 100 फीट की सड़क बनवाई है और उसी सड़क के बीच में टीपू सुल्तान का स्मारक बनाया गया था। भाजयुमो ने पत्र में विधायक फारूक शाह के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ दिनों पहले धुले में एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी, जिसके बाद शहर के लोग आक्रोशित हो गए थे। स्मारक को तोड़े जाने के बाद किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

जिला कलक्टर जलज शर्मा ने बताया कि शहर में चौराहे पर बने स्मारक का निर्माण ठेकेदार ने शुक्रवार सुबह खुद ही हटा दिया। उन्होंने यह भी कहा कि विधायक फारूक शाह ने इस विवाद को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वहीं, पुलिस अधीक्षक संजय बरकुंड ने कहा, ‘यहां मुख्य रोड पर टीपू सुल्तान का एक स्मारक बनाया गया था, इसकी कोई अनुमति नहीं थी। हमें जानकारी मिली कि वह एक गैर कानूनी स्मारक है। इसे हटाने के लिए हमने एक बैठक की जिसके बाद इसे हटाया गया। इलाके में शांति है।