Maharashtra Bandh, Mumbai Bandh Today, Maratha Kranti Morcha, Maratha Aarakshan 2018 News: मराठा संगठनों की तरफ से बुधवार, 25 जुलाई महाराष्ट्र बंद का आयोजन किया गया था। हालांकि, दोपहर बाद उन्होंने बंद वापस ले लिया। मराठा क्रांति मोर्चा की ओर से कहा गया है कि वह गुरुवार से कोई प्रदर्शन नहीं करेगी। आगे की रणनीति पर बाद में फैसला किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने मराठों को आरक्षण की मांग का समर्थन किया है। एएनआई से अठावले ने कहा, ”मैं प्रदर्शनकर्ताओं से शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील करता हूं। हमें संसद में कानून बनाकर आरक्षण की सीमा को 50 से 75 फीसदी करने की जरूरत है। यह यह मुद्दा एनडीए में भी उठाएंगे।”
बंद के चलते, नवी मुंबई में 4-5 किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने हवा में फायरिंग की। हालात पर काबू पाने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स बुलाई गई है। मुंबई-पुणे हाइवे पर भी भारी जाम लगा रहा। नवी मुंबई के एक निजी स्कूल ने दोपहर में अचानक स्कूल बंद करने की घोषणा कर दी। अभिभावकों को स्कूल आकर बच्चों को ले जाने का संदेश भेजा गया। गाड़ियां लेकर निकले अभिभावक मराठा आंदोलन के जाम में फंस गए। छोटे बच्चों को बस से भेजा गया जो कई घंटे जाम में फंसी रहीं।
सेंट्रल रेलवे के पीआरओ के अनुसार, ट्रांसहार्बर लाइन पर ठाणे-वाशी/नेरुल के बीच ट्रेन सेवाएं बाधित हैं। मुंबई और पड़ोसी जिलों ठाणे तथा नवी मुंबई में सरकारी बसों पर हमले हुए हैं। मुंबई के कांजुमार्ग और भांदुप इलाकों में बीईएसटी की दो बसों पर प्रदर्शनकारियों ने हमले किये हैं। परिवहन निगम के एक अधिकारी ने बताया कि बसों पर हो रहे पथराव को ध्यान में रखते हुए बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (BEST) ने प्रभावित इलाकों में अपनी सेवा आंशिक रूप से निलंबित कर दी है और हालात सुधरने पर ही उसे पूर्ण रूप से बहाल करेगी।
मुंबई-गोवा हाइवे पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर लिया है। रायगढ़ के पास लोगों को समस्या हो सकती है। वहीं गंगापुर में 20 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। ठाणे के माजीवाड़ा ब्रिज पर टायर जलाकर विरोध किया गया। यहां जबरन दुकानें बंद कराई गई हैं। मराठा क्रांति मोर्चा के लोगों ने ठाणे में ट्रेन रोक कर प्रदर्शन किया।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने मराठों को आरक्षण की मांग का समर्थन किया है। एएनआई से अठावले ने कहा, ''मैं प्रदर्शनकर्ताओं से शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील करता हूं। हमें संसद में कानून बनाकर आरक्षण की सीमा को 50 से 75 फीसदी करने की जरूरत है। यह यह मुद्दा एनडीए में भी उठाएंगे।"
नवी मुंबई इलाके में मराठा आंदोलन को लेकर हो रहा प्रदर्शन हिंसक हो गया है। प्रदर्शनकारियों द्वारा 2 बसों पर पत्थरबाजी करने की खबर है,जिसके बाद पुलिस आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को काबू करने का प्रयास कर रही है। प्रदर्शनकारियों ने कई इलाकों में दुकानों और बाजारों को जबरदस्ती बंद करा दिया है। रायगढ़ जिले के कामोठे में प्रदर्शनाकारियों ने सभी दुकानें आदि बंद करा दिए और इलाके में बाइक रैली निकाली।
शिवसेना विधायक चंद्रकांत खैरे के साथ औरंगाबाद में प्रदर्शनकारियों द्वारा बदसलूकी करने की खबर है। बताया जा रहा है कि शिवसेना विधायक बंद के दौरान मारे गए एक किसान की अंत्येष्टि में शामिल होने पहुंचे थे, तभी उनके साथ बदसलूकी की गई।
प्रदर्शनकारियों ने पड़ोसी ठाणे जिले के वाग्ले एस्टेट इलाके में भी सरकारी परिवहन पर पथराव किया। उन्होंने तीन हाथ नाका जंक्शन सहित कई रास्ते अवरूद्ध कर दिये जिसके कारण मुंबई जाने वाली सड़कों पर भीषण जाम लग गया।
महाराष्ट्र में मंगलवार को आयोजित बंद हिंसक हो गया जिसमें प्रदर्शनकारियों के पथराव से एक कांस्टेबल की मौत हो गई जबकि नौ अन्य जख्मी हो गए। प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों को भी फूंक दिया और दो प्रदर्शनकारियों ने आत्महत्या करने की कोशिश की।
सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाले मराठा क्रांति मोर्चा ने आज मुंबई और आसपास के कुछ जिलों में बंद का आह्ववान किया है। अन्य संगठन सकल मराठी समाज ने नवी मुंबई और पनवेल इलाकों में बंद का आह्ववान किया है।
नवी मुंबई के घनसोली इलाके में भी एक बस पर हमला हुआ है। घटना के बाद क्षेत्र में बस सेवा निलंबित कर दी गयी है। मुंबई में कई जगहों पर और पड़ोसी रायगढ़ तथा पालघर जिलों में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हैं। प्रदर्शन के कारण पश्चिमी , मध्य , हार्बर और ट्रांस - हार्बर लोकल ट्रेनों पर कोई असर नहीं पड़ा। गौरतलब है कि मुंबई क्षेत्र में करीब 70 लाख लोग रोज लोकल ट्रेनों से यात्रा करते हैं।
कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने मराठा समुदाय का कथित रूप से अपमान करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और लोक निर्माण मंत्री चन्द्रकांत पाटिल के खिलाफ नारेबाजी की। अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शन के कारण पश्चिमी , मध्य , हार्बर और ट्रांस - हार्बर लोकल ट्रेनों पर कोई असर नहीं पड़ा। गौरतलब है कि मुंबई क्षेत्र में करीब 70 लाख लोग रोज लोकल ट्रेनों से यात्रा करते हैं।
बुधवार को मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ता दुकानदानों से हाथ जोड़कर प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील करते नजर आए। मुंबई के कांजुर रोड और भांडुप में BEST की दो बसों पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया। प्रभावित इलाकों में BEST ने अपनी सेवाएं कुछ देर के लिए रोक दी हैं। मोर्चा ने एक बयान में कहा, ''हम कोई रोड नहीं ब्लॉक कर रहे हैं। हम एक शांतिपूर्ण विरोध कर रहे हैं। हमने अपने कार्यकर्ताओं को कहा है कि हमारे प्रदर्शन के चलते पुलिस या सरकार को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। हम लोगों से अपनी दुकानें बंद करने को कह रहे हैं।'' कई मराठा समूहों ने नौ अगस्त को अगस्त क्रांति दिवस के रूप में मनाने के लिए महाराष्ट्र बंद की घोषणा की है। बुधवार के बंद को देखते हुए, पुलिस ने देश की वाणिज्यिक राजधानी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
नासिक में दुकानें बंद करवा दी गई हैं। इलाके में पुलिस तैनात होने के बावजूद प्रदर्शनकारी अम्बेडकर प्रतिमा के पास जुटे और नारेबाजी की। अकोला में बाजार, स्कूल और कॉलेज पूरी तरह बंद करा दिए गए हैं।
पुणे रेलवे के पीआरओ ने कहा है कि बंद का पुणे में रेलवे सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ा है। सभी ट्रेनें सुचारू रूप से चल रही हैं। मुंबई के खरगार में दुकानें बंद करवा दी गई हैं और सड़कों पर सन्नाटा पसर गया है।
ठाणे में एक लोकल ट्रेन को रोकते मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ता
लातूर जिले के उदगीर में दो समूहों के बीच हिंसा भड़की। एक समूह जबरन लोगों से दुकानें बंद करवा रहा था और एक सब्जी के ठेले को पलट दिया। पुलिस मौके पर पहुंच गई है।
औरंगाबाद के कैगांव में 28 वर्षीय काकासाहेब दत्तात्रेय शिंदे ने सोमवार शाम आरक्षण की मांग को लेकर गोदावरी नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी, जिसकी प्रतिक्रिया में मंगलवार को कई जिलों में बंद किया गया। शिंदे के अंतिम संस्कार में उसके पैतृक गांव कानड से हजारों लोग इकट्ठे हुए। यहां गुस्साए मराठाओं ने शिवसेना के सांसद चंद्रकांत खरे का विरोध किया और उनके साथ धक्का-मुक्की की। वहीं कांग्रेस के विधान परिषद के सदस्य सुभाष जांबद के साथ भी धक्का-मुक्की की गई और उन्हें पुलिस सुरक्षा का सहारा लेना पड़ा। अंतिम संस्कार की सुरक्षा के लिए कैगांव में तैनात उस्मानाबाद का एक पुलिसकर्मी श्याम कटगांवकर अचानक गिर गया और दोपहर में हृदयाघात की वजह से उसकी मौत हो गई।
महाराष्ट्र में मराठाओं को आरक्षण देने की मांग को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन ने मंगलवार को हिंसक रूप अख्तियार कर लिया, जिसकी चपेट में आकर एक पुलिसकर्मी और चार अन्य लोग घायल हो गए। इसके अलावा चार लोगों ने आत्महत्या की कोशिश की, एक दर्जन से ज्यादा वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया या जला दिया गया और एक सांसद और विधानसभा पार्षद के साथ धक्का-मुक्की की गई। मराठा सकल समाज (राज्य स्तरीय निकाय) ने समुदाय के सभी सदस्यों से बंद के दौरान शांति रखने का आग्रह किया।