Maharashtra Assembly Monsoon session: महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र कल यानी सोमवार (17 जुलाई) से शुरू होगा। मानसून सत्र के शुरू होने से एक दिन पहले रविवार को डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार राज्य विधानसभा में अपनी वर्तमान ताकत का दुरुपयोग नहीं करेगी, भले ही सदन में गठबंधन की संख्या बढ़ गई हो। देवेंद्र फडणवीस का यह बयान तब आया है जब अजित पवार और आठ एनसीपी विधायकों के भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल होने के विद्रोह के बाद विपक्षी महा विकास अघाड़ी की ताकत कम हो गई है। इसके बाद राज्य की राजनीति एक नाटकीय घटनाक्रम में बदल गई है। 17 जुलाई से 4 अगस्त तक तीन सप्ताह तक चलने वाला मानसून सत्र मुंबई के नरीमन पॉइंट स्थित विधान भवन परिसर में होगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि एकनाथ शिंदे सरकार लोगों के कल्याण से संबंधित सभी मुद्दों का समाधान करेगी जो विपक्ष द्वारा उठाए जाएंगे।

एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, ‘महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र कल से शुरू हो रहा है। हम सत्र के दौरान सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे, भले ही हमारी ताकत बढ़ गई है, लेकिन हम सुनिश्चित करेंगे कि हम इसका दुरुपयोग न करें और जनता के हित से संबंधित जो भी मुद्दे विपक्ष उठाएगा उसका समाधान करें। उन्होंने कहा कि आज स्थिति ऐसी है कि हमारी सरकार के एक साल के प्रदर्शन के कारण महाराष्ट्र FDI में नंबर 1 स्थान पर है।’

संयुक्त सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि विपक्ष को लोगों के कल्याण के लिए राज्य सरकार के खिलाफ सवाल उठाना चाहिए, लेकिन जब सरकार कुछ सही करती है तो प्रशंसा भी करनी चाहिए। शिंदे ने कहा कि हमेशा की तरह विपक्ष ने मानसून सत्र के चाय कार्यक्रम का बहिष्कार किया। हम सत्र के दौरान सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे। 210 से अधिक विधायक हमारे (वर्तमान सरकार) साथ हैं। अगर हम गलत कर रहे हैं तो विपक्ष को हमसे सवाल करना चाहिए। लोगों कल्याण के लिए सवाल उठाए जाने चाहिए। शिंदे ने कहा कि जब सरकार कुछ सही करती है तो सरकार की प्रशंसा करना विपक्ष का कर्तव्य है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘रविवार को राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र की पूर्व संध्या पर मुंबई के सह्याद्री राज्य अतिथि गृह में एक चाय पार्टी का आयोजन किया गया था। चाय पार्टी में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार शामिल हुए।’ महाराष्ट्र मुख्यमंत्री ऑफिस की तरफ से कहा गया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ कैबिनेट सदस्य बैठक में मौजूद थे। इससे पहले आज एनसीपी अजित पवार गुट के विधायक एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मिलने वाईबी चव्हाण सेंटर गए थे।

दोनों गुटों के बीच हुई बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने कहा, ‘वर्षों तक शरद पवार उनके नेता थे, इसलिए वे उनसे मिलने गए होंगे, इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।’

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नौ विधायकों को शामिल करने के तुरंत बाद एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में एक बड़े कैबिनेट विस्तार में नए डिप्टी सीएम अजीत पवार को वित्त और योजना मंत्रालय सौंपा गया है। इससे पहले 2 जुलाई को अजित पवार ने एनसीपी को बीच में ही तोड़ दिया था और वह 8 वरिष्ठ विधायकों के साथ महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा गठबंधन में शामिल हो गए थे और पांचवीं बार राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।