महाराष्ट्र में जारी राजनैतिक उठा-पटक के बीच राज्य के नए डिप्टी सीएम अजित पवार करीब 30 घंटे बाद सोशल मीडिया पर सक्रिय हुए हैं। दरअसल शनिवार को महाराष्ट्र में सरकार बनने के बाद पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को क्रमशः सीएम और डिप्टी सीएम की शपथ लेने पर बधाई दी थी। अब 32 घंटे बाद अजित पवार ने पीएम मोदी के उस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम की बधाई संदेश के लिए धन्यवाद दिया है। इसके साथ ही अजित पवार ने सिर्फ 26 मिनट में ताबड़तोड़ 21 ट्वीट कर डाले हैं। इन ट्वीट में अजित पवार ने उन लोगों को शुक्रिया अदा किया है, जिन्होंने उनके महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बनने की बधाई दी थी।
अजित पवार ने अपने एक ट्वीट में राज्य में स्थायी सरकार देने की बात की है, जिसके बाद माना जा रहा है कि उन्होंने साफ संदेश दे दिया है कि उनका भाजपा को समर्थन देने के फैसले से पीछे हटने का कोई सवाल नहीं है। हालांकि अजित पवार के साथ कितने विधायकों का समर्थन है और क्या उनका यह समर्थन भाजपा सरकार को बहुमत दिला सकता है? इस पर अभी तक संशय के बादल मंडरा रहे हैं।
वहीं अजित पवार के ट्वीट के जवाब में एनसीपी चीफ शरद पवार ने भी ट्वीट कर साफ किया है कि उनकी पार्टी का भाजपा के साथ गठबंधन करने का कोई इरादा नहीं है। शरद पवार ने लिखा कि एनसीपी ने एकमत से शिवसेना और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने का फैसला किया था। अजित पवार का बयान गलत और गुमराह करने वाला है।
अजित पवार ने अपने एक ट्वीट में ये लिखा कि ‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि स्थायी सरकार दें और महाराष्ट्र के लोगों के कल्याण के लिए कठिन मेहनत करेंगे। वहीं अपने एक ट्वीट में अजित पवार ने ये भी कहा है कि “वह एनसीपी में हैं और हमेशा एनसीपी में ही रहेंगे। शरद पवार उनके नेता हैं।” इसी ट्वीट में अजित पवार ने ये भी लिखा कि “भाजपा-एनसीपी गठबंधन महाराष्ट्र में अगले पांच सालों के लिए एक स्थायी सरकार देगा, जो कि राज्य के लोगों के कल्याण के लिए काम करेगी।”
Thank you Hon. Prime Minister @narendramodi ji. We will ensure a stable Government that will work hard for the welfare of the people of Maharashtra. https://t.co/3tT2fQKgPi
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) November 24, 2019
बता दें कि शुक्रवार शाम तक महाराष्ट्र में शिवेसना-एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार बनने की बात चल रही थी और उद्धव ठाकरे को सीएम बनने की चर्चाएं भी शुरु हो गई थीं। लेकिन शनिवार की सुबह अजित पवार के समर्थन से भाजपा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया। जिसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राष्ट्रपति के आदेश से राष्ट्रपति शासन हटाकर देवेंद्र फडणवीस को सीएम और अजित पवार को डिप्टी सीएम पद की शपथ दिला दी। लेकिन दोपहर होते-होते शरद पवार पार्टी के अधिकतर विधायकों को अपने पाले में करने में सफल रहे। अजित पवार को भी मनाने की कोशिशें चल रही हैं, लेकिन अभी तक एनसीपी को इसमें सफलता नहीं मिली है।
एनसीपी ने अजित पवार को पार्टी के विधायक दल के नेता के पद से भी हटा दिया है। एनसीपी के सभी विधायक फिलहाल मुंबई के रेनेशां होटल में हैं और पार्टी का दावा है कि करीब 50 विधायक उनके साथ हैं और बाकियों को भी साथ लाने की कोशिश की जा रही है। राज्यपाल ने भाजपा को 30 नवंबर तक बहुमत साबित करने का समय दिया है।