बेंगलुरु की महादेवपुरा विधानसभा सीट हाल ही में तब सुर्खियों में आ गई, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यहां से 1,00,250 वोट “चुरा” लिए थे। महादेवपुरा कभी बेलंदूर, वरथुर और मराठाहल्ली जैसे शांत गांवों का इलाका था, अब आईटी पार्कों, ऊंची इमारतों और ट्रैफिक से भरा शहर का अहम हिस्सा बन चुका है। मुख्य सड़कों के पीछे अब भी पुराने गांवों के निशान और प्रवासी कामगारों की बस्तियां मौजूद हैं, जहां फूड डिलीवरी एजेंट, होटल व हाउसकीपिंग स्टाफ, घरेलू कामगार और निर्माण श्रमिक रहते हैं।
राहुल गांधी का कहना है कि यहां की मतदाता सूची में 1 लाख से ज्यादा संदिग्ध नाम हैं—कुछ कई जगह पंजीकृत, कुछ फर्जी पते वाले और कुछ अमान्य फोटो के साथ। उनका आरोप है कि एक ही पते पर बड़ी संख्या में मतदाता दर्ज हैं। उन्होंने तीन उदाहरण दिए – मराठाहल्ली के मकान संख्या 791 पर 46 मतदाता, विनायक नगर के मकान संख्या 153 पर 68 मतदाता और मुनिरेड्डी गार्डन के मकान संख्या 35 पर 80 मतदाता हैं।
अधिकतर वोटर कोविड पहले रहते थे
जांच में पाया गया कि ये सभी पते ऐसे स्थान हैं, जहां पहले बड़ी संख्या में प्रवासी रहते थे। मराठाहल्ली का मकान 791 ‘अक्षय पीजी’ नामक पेइंग गेस्ट है, जिसमें 75 लोगों के रहने की क्षमता है। यहां के केयरटेकर ने बताया कि कोविड के समय अधिकतर लोग चले गए और अब राहुल गांधी द्वारा बताए गए नामों में से कोई यहां नहीं रहता है। पास के दुकानदारों का कहना है कि प्रवासी रोजगार के लिए वोटर आईडी बनवा लेते हैं और लोग आते-जाते रहते हैं।
विनायक नगर का मकान 153 ‘153 बियर स्ट्रीट’ नामक एक बड़ी शराब भट्टी और शॉपिंग प्लाजा है। प्रबंधन का कहना है कि सूची में दर्ज 68 नाम संभवतः पुराने कर्मचारियों के हैं, जो अब वहां काम नहीं करते। वे मतदाता पहचान पत्र जारी नहीं करते, केवल आधार और पैन कार्ड मांगते हैं।
मुनिरेड्डी गार्डन का मकान 35 प्रवासी मजदूरों के किराए के छोटे-छोटे कमरों का समूह है। केयरटेकर के अनुसार, 2024 की सूची में कई नाम कोविड से पहले के किरायेदारों के हैं, जो अब यहां नहीं रहते। स्थानीय भाजपा नेता अरविंद लिंबावली का दावा है कि यहां दर्ज 80 में से सिर्फ 6 लोगों ने वोट डाला, जबकि विनायक नगर के 68 में से केवल 2 ने। उनका कहना है कि राहुल गांधी के आरोप झूठे हैं और बीजेपी ने वैध तरीके से जीत हासिल की है।
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महादेवपुरा में मतदाताओं की संख्या 2008 में 2.75 लाख से बढ़कर 2024 में 6.6 लाख हो गई, यानी 140% की वृद्धि। तुलना में बेंगलुरु सेंट्रल के अन्य क्षेत्रों में वृद्धि 26% से कम रही। यहां संपत्तियों की संख्या भी 2016-17 में 1.48 लाख से बढ़कर 2023-24 में 3.59 लाख हो गई, और कर राजस्व 361 करोड़ से बढ़कर 885 करोड़ रुपये हो गया।
2008 में गठन के बाद से महादेवपुरा विधानसभा और बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट चारों बार बीजेपी ने जीती है। 2024 में यहां बीजेपी के वोट विधानसभा चुनाव 2023 के मुकाबले 47,901 बढ़े, जबकि कांग्रेस के वोट 21,744 घटे। यह इलाका बीजेपी के लिए हमेशा से चुनावी मजबूती का केंद्र रहा है।