Magh Purnima Crowd: मौनी अमावस्या के स्नान पर्व के दौरान प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ और भीषण जाम की घटनाओं के बाद माघी पूर्णिमा पर प्रशासन फूंक-फूंक कर कदम रखा है और अतिरिक्त सतर्क है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं इस बार पूरी व्यवस्था की कमान संभालते हुए सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी स्थिति में भीड़ को नियंत्रित किया जाए और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
भगदड़ और जाम के सबक
मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ के कारण 300 किमी तक जाम लग गया था। संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं की अधिकता के चलते भगदड़ मच गई थी, जिससे कई लोग घायल हुए और कुछ की मृत्यु हो गई। इन घटनाओं के बाद प्रशासन और सीएम योगी ने माघी पूर्णिमा पर भीड़ प्रबंधन के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघी पूर्णिमा के स्नान से पहले ही वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक की। प्रयागराज के जिला प्रशासन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को लखनऊ बुलाकर हालात का विश्लेषण किया और स्पष्ट निर्देश दिए। मुख्यमंत्री आवास में बनाए गए ‘वार रूम’ से सुबह 4 बजे से ही सीएम महाकुंभ की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। डीजी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी लगातार अपडेट ले रहे हैं।
नो व्हीकल जोन और ट्रैफिक प्लान
प्रयागराज शहर को पूरी तरह से ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया गया है। बाहरी गाड़ियों को शहर से 20-30 किमी दूर पार्किंग में रोका जा रहा है। श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचने के लिए 8-10 किमी पैदल चलना पड़ रहा है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने शटल बसें शुरू की हैं, लेकिन उनकी संख्या सीमित है। इसके बावजूद, भीड़ प्रबंधन के लिए कई मार्गों में बदलाव किया गया है।
20 आईएएस 85 पीसीएस अफसर नियुक्त
माघी पूर्णिमा पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पहली बार 15 जिलों के डीएम, 20 IAS, और 85 PCS अफसरों को महाकुंभ मेले में तैनात किया गया है। संगम पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है, जहां पैरामिलिट्री फोर्स के जवान लगातार भीड़ को नियंत्रित करने में लगे हुए हैं। स्नान के बाद श्रद्धालुओं को बाकी घाटों पर भेजा जा रहा है ताकि संगम पर भीड़ न बढ़े।
महाकुंभ प्रशासन का अनुमान है कि माघी पूर्णिमा पर 2.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाएंगे। सुबह से ही संगम क्षेत्र में जबरदस्त भीड़ है, और 10-15 किमी तक लोगों का हुजूम नजर आ रहा है। प्रशासन की चुनौती है कि स्नान के बाद सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से शहर से बाहर भेजा जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्ती और प्रशासन की सतर्कता के चलते माघी पूर्णिमा पर अब तक हालात नियंत्रण में हैं। मौनी अमावस्या की घटनाओं से सबक लेकर जो कदम उठाए गए हैं, वे महाकुंभ में भीड़ नियंत्रण की दिशा में एक सकारात्मक पहल माने जा सकते हैं।