यूपी के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में हुए सर्वे को लेकर देशभर में हलचल मची है। वहीं इस बीच मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में मंत्री उषा ठाकुर का मुस्लिमों को लेकर दिया गया एक बयान काफी सुर्खियों में हैं। बता दें कि उषा ठाकुर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट में पर्यटन, संस्कृति और अध्यात्म मंत्री हैं।
बता दें कि बीते मंगलवार को उषा ठाकुर खंडवा जिले के दौरे पर थी। इस दौरान उन्होंने संस्कारों की कट्टरता की बात की। उन्होंने कहा कि दिन में पांच बार नमाज पढ़ने के लिए मुसलमानों को कोई बुलाता है क्या? उन्हें कोई कहता है कि क्या आप आ जाओ? जो समय तय है, मुसलमान उस समय टोपी लेकर नमाज में शामिल हो जाएंगे। वह चाहे अधिकारी, व्यापारी ही क्यों न हो, दुनिया के सारे काम छोड़कर वह नमाज पढ़ने में शामिल होगा।
बता दें कि उषा ठाकुर के इस दौरे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गौरतलब है कि इस दौरे में शिवराज की मंत्री खंडवा विधानसभा में रात 10 बजे गांव रोहिणी में गो-पूजन कार्यक्रम में शामिल हुईं।
वायरल वीडियो में वह कहती दिख रही हैं, “बच्चों में धार्मिक संस्कार दृढ़ता और कट्टरता से देना माता-बहनों और परिवार की जिम्मेदारी है। और संस्कारों की कट्टरता सीखना हो तो मुसलमानों को अपना आदर्श बनाओ। नमाज के लिए जो समय तय है उसके लिए दुनिया के सब काम छोड़ेंगे और नमाज पढ़ेंगे। चाहे वो छोटा बच्चा हो या बड़ा बच्चा हो, अधिकारी, व्यापारी ही क्यों ना हो।
उन्होंने आगे कहा कि हमें गांव में मंदिर बनाने का शौक है लेकिन आरती में जाने का कोई शौक नहीं है। मंत्री ने कहा मुसलमान अपने धर्म और संस्कारों के प्रति कट्टर हैं। वहीं हम किसी आरती में शामिल नहीं होते। चौराहों पर बैठकर गप्पे मारेंगे। अरे भाई अगर ऐसा करना था तो फिर मंदिर बनाया ही क्यों?
इस कार्यक्रम में मंत्री ने लोगों से अपील की कि हर हिंदू परिवार का एक न एक सदस्य मंदिर जरूर जाए। आरती में शामिल हो और भगवान को भोग अर्पित करें। मंगलवार को खंडवा में प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर ने जिला योजना समिति की बैठक में हिस्सा लिया था।
ज्ञानवापी पर क्या कहा: इस दौरे पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर कहा कि कितने प्रमाणों को सैकड़ों साल से छुपा के रखा था, उसे कैसे दफन कर दिया। मंत्री ने कहा ये तो अच्छा है कि इस देश में संविधान मजबूत है और वहीं इस देश की आत्मा है। जो संवैधानिक दायरे में होगा, वहीं इस देश में होगा।