मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा सौंसर में छत्रपति शिवाजी की मूर्ति हटाए जाने से नाराज हजारों शिवसैनिक और दूसरे संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हाथों में झंडा बैनर लेकर छिंदवाड़ा-नागपुर हाईवे को ब्लाक कर दिया। इससे हाईवे पर वाहनों का आवागमन बंद हो गया और काफी लंबा जाम लग गया। विरोध की वजह से इलाके की दुकानें भी बंद रहीं। प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं का आरोप है कि प्रदेश सरकार ने जानबूझकर उनकी मूर्ति हटवाई है। हालांकि मामले में स्थानीय एडीएम ने कहा, “मूर्ति वहां बिना अनुमति के रखी गई थी। मामले की जांच की जा रही है।”
शहर के मोहगांव तिराहे पर मूर्ति स्थापित करने के 24 घंटे बाद ही नगर पालिका प्रशासन ने उसे हटा दिया। इसकी जानकारी मिलते ही हजारों शिवसैनिक वहां जुट गए और विरोध प्रदर्शन करते हुए हाईवे का रास्ता ब्लाक कर दिया। इस पर मौके पर पहुंचे नगर पालिका के अफसरों ने आश्वासन दिया कि 19 फरवरी को शिवाजी महाराज की जयंती के दिन प्रतिमा को स्थापित कर दिया जाएगा। आश्वासन मिलने के बाद आंदोलनकारी वहां से चले गए।
पिछले महीने छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति स्थापित करने को लेकर आम लोगों ने नगर पालिका प्रशासन को ज्ञापन दिया था। नगर पालिका अध्यक्ष ने एक स्थल पर इसके लिए जगह भी तय कर दी थी। बाद में कई संगठनों ने रविवार की रात वहां पर चबूतरा बनवा कर शिवाजी महाराज की मूर्ति स्थापित कर दी। इसकी सूचना प्रशासन को मिली तो बिना अनुमति मूर्ति स्थापित करने की बात कहकर उसे हटवा दिया।
मामला गंभीर होने पर तहसील मुख्यालय में बैठक हुई, जिसमें विधायक विजय चौरे, पूर्व विधायक नानाभाऊ मोहोड, एसडीएम ओमप्रकाश सनोडिया, तहसीलदार डॉ. अजय भूषण शुक्ला और अन्य लोग मौजूद रहे। अफसरों ने कहा कि 19 फरवरी को जयंती पर मोहगांव तिराहे पर छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति स्थापित कर दी जाएगी। इसके बाद लोगों ने रास्ता खोल दिया।