मध्यप्रदेश सेक्स स्कैंडल मामले में आरोपी 19 साल की मोनिका यादव के परिवार वाले कच्चे मकान के घर में रहते हैं। मोनिका की मां कौशल्या ने बताया कि उनकी बेटी ने 62वें नेशनल स्कूल गेम्स में अपने स्कूल का प्रतिनिधित्व किया था। उस समय वह 11वीं क्लास में पढ़ती थी।

मां के अनुसार उन्होंने मोनिका की शादी के लिए लड़का देख लिया था और वह शादी के लिए तैयार भी हो गई थी। बाद में उसने अपनी पढ़ाई को आगे जारी रखने के लिए शादी नहीं करने का फैसला किया। वह पढ़ाई के लिए पांच साल घर से बाहर ही रही। मोनिका की गिरफ्तारी के तुरंत बाद पड़ोसियों ने उसके अनपढ़ मां-बाप को उसकी गिरफ्तारी की सूचना दी। पड़ोसियों ने बताया कि इंदौर पुलिस ने उनकी बेटी को हनीट्रैप मामले में गिरफ्तार किया है।

मोनिका की गिरफ्तारी के चार दिन बाद उसके पिता हीरालाल ने तीन आरोपियों के खिलाफ मानवतस्करी का केस दर्ज कराया। यादव का परिवार सनवासी गांव के एक छोटे से घर में रहता है। घर पर टिन की छत्त, कुछ प्लास्टिक की कुर्सियां और दीवार पर कपड़े टंगे थे। परिवार वालों ने बताया कि मोनिका ग्रेजुएशन करने के लिए भोपाल गई थी। वह रक्षाबंधन समेत दो बार घर भी आई थी। वह घर पर नए कपड़े पहन कर आई थी और उसके पास रुपये भी थे।

इस बारे में पूछने पर मोनिका ने बताया था कि यह दीदी का है… उन्होंने ही उसे दिया है। ‘दीदी’ से उसका मतलब  हनीट्रैप मामले की मुख्य साजिशकर्ताओं में एक आरती दलाल से था। परिवारवालों का कहना था कि आरती दयाल एक बार उनके घर आई थी और मोनिका की पढ़ाई का खर्च उठाने के साथ ही उसकी भोपाल में एक एनजीओ में नौकरी लगाने की बात कही थी।

मोनिका के पिता अभी भी उसकी शादी करना चाहते हैं। इससे पहले शादी की बात पर मोनिका ने कहा था कि मेरा जीवन खराब मत करो। पिता ने कहा कि मुझे नहीं पता कि वह कैसे फंस गई। गांव के सरपंच इंदर सिंह का कहना है कि हिरासत में मोनिका ने बताया कि वह इंदौर नगर निगम के इंजीनियर के पास नौकरी के लिए गई थी। उसे नहीं पता था कि कब इंजीनियर के साथ उसका वीडियो बना लिया गया। इसके बाद उसे लगातार ब्लैकमेल किया जाने लगा।

यह मामला 17 सितंबर को उस समय सामने आया था जब इंदौर नगर निगम के सुपरिटेंडिंग इंजीनियर ने पलासिया पुलिस स्टेशन में आरती दयाल के खिलाफ 3 करोड़ रुपये मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी। मध्‍य प्रदेश पुलिस ने इस मामले में गिरोह की पांच महिलाओं समेत छह लोगों को इंदौर और भोपाल से गिरफ्तार किया था। हनीट्रैप के इस जाल में फंसे वालों की लिस्ट बहुत लंबी है। इसमें वरिष्ठ नौकरशाहों से लेकर जूनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर और भाजपा, कांग्रेस के शीर्ष नेता तक शामिल बताया जा रहा है।