Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में पुलिस ने दमोह जिले में जाति-आधारित अपमान की एक कथित घटना की जांच शुरू कर दी है। यहां पर एक युवक को कथित तौर पर सोशल मीडिया पर एआई-जनरेटेड फोटो पोस्ट करने के बाद दूसरे व्यक्ति के पैर धोने और ब्राह्मण समुदाय से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए मजबूर किया गया था।
सतरिया गांव के रहने वाले पुरुषोत्तम कुशवाहा ने इंस्टाग्राम पर एआई द्वारा बनाई गई फोटो पोस्ट की। इसमें एक व्यक्ति जूतों की माला पहने हुए दिखाई दे रहा है। अनुज पांडे नाम का यह व्यक्ति ब्राह्मण समुदाय से है और उस पर गांव में शराब की बिक्री पर बैन लगाने के सामूहिक फैसले का उल्लंघन करने का आरोप है। कुशवाहा ने 15 मिनट के अंदर ही पोस्ट हटा दिया और माफी मांगी, लेकिन इससे गांव में आक्रोश फैल गया।
कुशवाहा पांडे के पैर धोते हुए दिखाई दे रहा है
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कुशवाहा पांडे के पैर धोते हुए दिखाई दे रहा है। वीडियो में वे कहते सुनाई दे रहा है, “मैं ब्राह्मण समाज से माफी मांगता हूं। ऐसी गलती दोबारा नहीं होगी। हम ब्राह्मणों की इसी तरह पूजा करते रहेंगे।” दमोह के एसपी अभिषेक तिवारी ने बताया कि वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है।
तिवारी ने एक बयान में कहा, “कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए, दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पुलिस टीमें लगातार इलाके में गश्त कर रही हैं।” उन्होंने बताया कि इलाके में शांति बनाए रखने के लिए वरिष्ठ अधिकारी और लोग बातचीत कर रहे हैं। पटेरा थाना प्रभारी को कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं और सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं।
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कहां से शुरू हुआ विवाद?
घटनाओं का सिलसिला सतरिया गांव में शराबबंदी लागू करने के सामूहिक फैसले से शुरू हुआ। पांडे पर इस बैन का उल्लंघन करते हुए शराब बेचने का आरोप लगाया गया। इसके बाद गांव की पंचायत ने उन्हें गांव में घूम-घूम कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने का आदेश दिया। साथ ही, उन पर 2100 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया।
इसी संदर्भ में कुशवाहा ने एआई द्वारा बनाई गई फोटो बनाकर पांडे का मजाक उड़ाते हुए पोस्ट कर दिया। जब यह पोस्ट सामने आई, तो तनाव बढ़ गया। पांडे ने कथित तौर पर उनके और उनके परिवार के साथ गाली-गलौज की। इसके बाद जो हुआ वह एक निजी झगड़े को सांप्रदायिक टकराव में बदल गया। सतरिया और आसपास के गांवों के ब्राह्मण समुदाय के लोग इकट्ठा हो गए और उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट को न सिर्फ पांडे बल्कि अपने पूरे समुदाय का अपमान बताया।
कुशवाहा ने अपनी मर्जी से उनके पैर धोए थे
पांडे ने तब से दावा किया है कि उनके और कुशवाहा के बीच गुरु-शिष्य का रिश्ता है और कुशवाहा ने अपनी मर्जी से उनके पैर धोए थे। पांडे ने कहा, “उन्होंने अपनी गलती के लिए माफी मांगी है। अगर कुशवाहा समुदाय को मेरे पैर धोने से ठेस पहुंची है, तो मैं उनसे माफी मांगता हूं।” उन्होंने आगे कहा कि उनका मानना है कि इस वीडियो को “ओबीसी पृष्ठभूमि के लोग राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं।” कुशवाहा और उनके परिवार ने प्रतिशोध के डर का हवाला देते हुए इस मामले पर बोलने या शिकायत दर्ज कराने की इच्छा नहीं जताई है।
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