मध्य प्रदेश के सागर जिले के एक गांव में रहने वाले लोग पिछले एक सप्लाह से धरने पर बैठे हैं। अनंतपुर में महात्मा गांधी के अहिंसक आंदोलन से प्रेरित होकर धरना दे रहे गांववाले मूलभूत सुविधाओं और बापू का एक स्मारक बनाने की मांग कर रहे हैं। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, धरने के दौरान गांववाले गांधीजी के भजन और अन्य गाने गाते हैं। यह वही गांव है जहां 1933 में गांधीजी ने एक प्रार्थना सभा को संबोधित किया था। विरोध का यह अनूठा तरीका आस-पास के गांवों को भी लुभा रहा है जिनकी ऐसी ही समस्याएं हैं। अब नजदीक के 7 अन्य गांवों में भी ऐसे ही धरने शुरू हो गए हैं।
अनंतपुर में लगभग 5,000 लोग रहते हैं। उनकी मांग है कि गांव में एक हाई स्कूल होना चाहिए, सड़क हो और शराब की अवैध बिक्री पर रोक लगे। गांववाले गांव का नाम बदलकर ‘गांधी ग्राम’ रखना चाहते हैं, इसके अलावा दूसरों को प्रेरित करने के लिए वे यहां एक गांधी स्मारक भी स्थापित करना चाहते हैं।
गांव में रहने वाले सोनू (22) ने एचटी से कहा, ”हमारा गांव ऐतिहासिक महत्व का है। महात्मा गांधी हमारे गांव आए थे क्योंकि जेठालाल द्वारा लगाई गई चरखा इकाई के चलते यह गांव आत्मनिर्भर था। यह इकाई बाद में बंद हो गई। अब हमें कठिनाइयां आ रही हैं। हमारे गांव में पक्की सड़क तक नहीं है। अवैध शराब की बिक्री गांव के लिए बड़ी समस्या बन गई है।”
बालीराम पटेल (65) के अनुसार, हम पिछले कई वर्षों से मूलभूत सुविधाओं की मांग कर रहे हैं मगर किसी ने ध्यान नहीं दिया। हमारे गांव को जोड़ने वाली कोई सड़क नहीं है। हमें नजदीकी बाजार जाने के लिए 25 किलोमीटर का सफर करना पड़ता है। प्रशासन ने हाई स्कूल स्थापित किया मगर बिना बिल्डिंग के ही स्कूल चल रहा है। नजदीकी पुलिस स्टेशन भी गांव से बहुत दूर है।”
देवरी सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) आरएम त्रिपाठी ने कहा, ”हमने 8 गांवों के लोगों के साथ बैठक की थी और हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं।”