मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार पाला बदलकर भाजपा में आने वाले विधायकों पर खासी मेहरबान दिखाई दे रही है। बता दें कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए प्रदुम सिंह लोधी और निर्दलीय विधायक और कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे प्रदीप जायसवाल को पार्टी में शामिल होने पर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। मलहरा से विधायक पूर्व कांग्रेसी नेता प्रदुम सिंह लोधी को राज्य नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है और प्रदीप जायसवाल को मध्य प्रदेश खनिज निगम का अध्यक्ष बनाया गया है। प्रदेश सरकार ने दोनों नेताओं को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है।
पाला बदलने वाले नेता बिसाहूलाल को शिवराज सरकार में खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग दिया गया है। एंदल सिंह कसाना को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, हरदीप डंग को नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा एवं पर्यावरण विभाग दिया गया है। इमरती देवी को महिला एवं बाल विकास विभाग दिया गया है।
पाला बदलकर आने वाले नेताओं के साथ ही शिवराज सरकार ने अपने विश्वस्त नेताओं को भी मंत्री पद से नवाजा है। वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा को राज्य गृह मंत्री, संसदीय कार्यमंत्री और कानून और न्याय मंत्री पद दिया गया है। यशोधरा राजे सिंधिया को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के साथ ही तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग की भी जिम्मेदारी दी गई है।
Madhya Pradesh: State govt announces portfolio allocation for state ministers. Imarti Devi has been appointed as State Minister for Women and Child Development. pic.twitter.com/dzzPtzgB4V
— ANI (@ANI) July 13, 2020
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सामान्य प्रशासन, जनसंपर्क, नर्मदा घाटी विभाग, विमानन एवं अन्य विभाग, जो अन्य मंत्रियों को नहीं आवंटित किए गए हैं, अपने पास रखे हैं। वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव को लोक निर्माण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जगदीश देवड़ा को वाणिज्यिक कर, वित्त, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग दिया गया है।
शिवराज सरकार में 20 कैबिनेट मंत्री, 8 राज्यमंत्री होंगे। पांच कैबिनेट मंत्रियों नरोत्तम मिश्रा, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह, मीना सिंह और कमल पटेल को पहले ही मंत्री पद की शपथ दिलायी जा चुकी है। 2 जुलाई को शिवराज सरकार के मंत्रीमंडल विस्तार में 28 मंत्रियों ने शपथ ली थी। जिनमें से भाजपा के 16 मंत्रियों में से 7 पुराने और 9 नए चेहरे शामिल थे। इनमें 9 सिंधिया खेमे के हैं और 3 कांग्रेस छोड़कर आने वाले नेता शामिल हैं। इस तरह कैबिनेट में सीएम समेत कुल 34 मंत्री हैं।