बल्लभगढ़ की घटना के बाद देश में लव जिहाद को लेकर चर्चा छिड़ गई है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर जो बयान दिया है, उसके बाद इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कुछ लोगों द्वारा ये भी कहा जा रहा है कि लव जिहाद नाम का कोई शब्द ही नहीं है।

दरअसल रिपब्लिक टीवी पर आयोजित हुए एक डिबेट कार्यक्रम में बतौर पैनलिस्ट मौजूद रहे मौलाना कादरी ने कहा कि “अगर कोई धोखा देकर, नाम बदलकर शादी करता है, चाहे वो मुसलमान कर रहा है या हिंदू, सिख ईसाई, धोखा, धोखा होता है। रही बात लव जिहाद की तो लव जिहाद कोई शब्द ही नहीं है। यह सिर्फ उन लोगों का कहना है जो मुसलमानों को कटघरे में खड़ा करना चाहते हैं।”

मौलाना कादरी की इस बात पर कार्यक्रम में मौजूद भाजपा प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने सवाल उठाया कि अगर लव जिहाद कोई मुद्दा ही नहीं है तो फिर बल्लभगढ़ में जो हुआ, वो क्या था? प्रेम शुक्ला यहीं नहीं रुके और आगे कहा कि अगर लव जिहाद कोई शब्द नहीं है तो फिर केरल हाईकोर्ट ने क्या बात कर रही थी।

बता दें कि शनिवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जौनपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए इलाहाबादा हाईकोर्ट के एक फैसले का जिक्र करते हुए कहा था कि अब हाईकोर्ट ने भी कहा दिया है कि सिर्फ शादी के लिए धर्म परिवर्तन करना मान्य नहीं है। योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून बनाया जाएगा और जो लोग अभी भी नहीं सुधरे तो उनकी ‘राम नाम सत्य यात्रा’ निकलेगी।

डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ‘ये इसी तरह कहते हैं कि लव जिहाद कोई शब्द नहीं है लेकिन लाखों की हत्या कर दी गई और ये डिक्शनरी में शब्द ढूंढ रहे हैं। ये षडयंत्र है।’

इसी डिबेट में बतौर पैनलिस्ट मौजूद निगत अब्बास ने लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून बनाने की वकालत करते हुए कहा कि “लव जिहाद एक रणनीतिक युद्ध है। आतंकवाद और लव जिहाद एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। जब जिहादियों क ये समझ आने लगा कि हिन्दुस्तान में बंदूक की नोंक पर जिहाद नहीं कर सकते तो इन्होंने लव जिहाद का रास्ता अपनाया।”