मध्य प्रदेश के महू के पास सेना के दो अधिकारियों पर हमला करने और उनकी महिला मित्र के साथ बलात्कार करने वाले सभी छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस इस मामले में सभी 6 आरोपियों के पिछले आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है। पीटीआई के मुताबिक सेना ने इस घटना में सेना के जिन अधिकारियों पर हमला हुआ था उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है।
तेज म्यूजिक की आवाज सुनकर पहुंचे आरोपी
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बताया कि वह सुनसान इलाके में तेज म्यूजिक की आवाज सुनकर उस जगह पहुंचे थे। गाड़ी में तेज म्यूजिक बज रहा था। सभी आरोपी वहां पहुंचे और घटना को अंजाम दिया। एक अधिकारी उसकी महिला मित्र गाड़ी में बैठी थी, उस पर आरोपियों ने हमला कर दिया। उनकी आवाज सुनकर पहाड़ी पर मौजूद दूसरे अधिकारी और उनकी महिला मित्र मौके पर पहुंचे। हमलावरों ने उन्हें पिस्तौल दिखाकर धमकाया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने एक जोड़े को बंधक बना लिया और दूसरे जोड़े से कहा कि वे अपनी रिहाई के लिए 10 लाख रुपये लेकर आएं।
पुलिस इस मामले में अपराधियों का पिछला रिकॉर्ड खंगाल रही है। इस मामले में संदेह है कि अपराधियों ने पहले भी ऐसी किसी घटना को अंजाम दिया होगा। डीआईजी निमिष अग्रवाल ने पीटीआई को बताया कि यह काफी सुनसान इलाका है। कई और लोगों के साथ भी ऐसी किसी घटना को अंजाम दिया गया हो इस बात की जांच की जा रही है। इसी आधार पर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस को शक है कि ऐसी घटनाओं के बाद किसी ने रिपोर्ट दर्ज ना कराई हो।
पुलिस ने कहा कि इस मामले में भी पीड़िता ने अपना बयान दर्ज कराने से इनकार कर दिया है। हालांकि पीड़िता से लगातार संपर्क किया जा रहा है। आने वाले दिनों में पुलिस पीड़िता का बयान दर्ज कराएगी। हादसे से बाद से पीड़िता सदमे में है। पीटीआई से बातचीत में एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि दोनों प्रशिक्षु (सेना) अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। इसका नेतृत्व एक वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
इस मामले में दर्ज एफआईआर के मुताबिक सेना के दो अधिकारी अपनी महिला मित्रों के साथ बुधवार रात 11 बजे जाम गेट के पास सेना की फायरिंग रेंज में गए थे। इसके बाद वह गाड़ी से बाहर निकले और सुनसान जगह पर बैठ गए। रात करीब 2.30 बजे इसी दौरान 7-8 लोग वहां आए और लाठी और रॉड से हमला कर दिया। एक व्यक्ति ने कहा कि उन्हें 10 लाख रुपये चाहिए नहीं तो मार देंगे। एक व्यक्ति के पास पिस्तौल भी थी। उन्होंने कहा कि अधिकारी को पैसा लाने के लिए कहा था, लेकिन उसने होशियारी दिखाते हुए मोबाइल फोन नेटवर्क रेंज में एक जगह पर पहुंचकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। जब तक उसके सहकर्मी पहुंचे, हमलावर भाग चुके थे। पुलिस ने बताया कि चारों पीड़ितों को सुबह करीब साढ़े छह बजे मेडिकल जांच के लिए महू सिविल अस्पताल लाया गया। एफआईआर के मुताबिक इन लोगों ने एक अधिकारी और एक महिला से पैसे लाने को कहा और जब वे चले गए तो कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार की घटना को अंजाम दिया।