Lok Sabha Election 2019: आगामी आम चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही सभी राजनीतिक पार्टियां जीतने की तैयारियों में जुट गईं हैं। भाजपा के लिए ‘नरेंद्र मोदी के दोस्त’ नाम का ग्रुप सत्ता में पार्टी की वापसी सुनिश्चित करने के लिए दिन रात एक किए हुए है। इस ग्रुप के 2500 लोग दुनियाभर के 50 से अधिक देशों में मौजूद हैं। ये लोग ऑनलाइन, ग्रुप ई-मेल आईडी और वाट्सएप ग्रुप के जरिये लगातार एक दूसरे से संपर्क में हैं। इनका कैंपेन का नाम ‘मोदी है तो मुमकिन है।’
रेडिफ डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, मोदी के दोस्तों का यह ग्रुप रोजाना भारतीय वोटरों, विशेष रूप से उनके पैतृक शहर व गांवों में फोन कर मोदी को वोट देने का आग्रह कर रहा है। ये लोग न सिर्फ व्यक्तिगत रूप से अपील कर रहे हैं बल्कि वोटरों का फीडबैक भी ले रहे हैं। इस फीडबैक की जानकारी भाजपा को दी जा रही है। इस ग्रुप को 15 से 20 बड़े राजनीतिक मुद्दों पर फोकस करने को कहा गया है। मातृभाषा के साथ ही अंग्रेजी में सरकार की उपलब्धियों का प्रचार प्रसार करना है। मोदी सर्मथक वाट्सएप ग्रुप में नरेंद्र मोदी सरकार की की नीतियों और प्रदर्शन से जुड़े 30 सेकंड के वीडियो और मीम्स भी सर्कुलेट कर रहे हैं। इन्हें कई भारतीय भाषाओं में तैयार किया गया है।
एक फीसदी वोट बढ़ने की उम्मीद: इस पूरी कवायद से भाजपा को उम्मीद है कि उनके वोट प्रतिशत में एक फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। इसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का भी पूरा समर्थन मिला हुआ है। शाह ने इस समूह से कोऑर्डिनेट करने के लिए भाजपा के दो नेताओं को भी नियुक्त किया है। भाजपा के पास जनधन योजना, डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर व अन्य बड़ी योजनाओं का पूरा आंकड़ा है। इन आंकड़ों का प्रयोग मोदी के लिए वोट मांगने में किया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका में हैं सबसे अधिक समर्थक: मोदी के दोस्तों की इस टोली के सबसे अधिक मेंबर ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और साउथ अफ्रीका से हैं। सिंगापुर और मलेशिया में भी इन लोगों की दमदार मौजूदगी है। इन लोगों ने इस साल फरवरी से ही बिना किसी शोरशराबे में के अपना काम शुरू कर दिया था। ये समूह 2014 में सक्रिय नहीं था। लेकिन नरेंद्र मोदी के विदेशी यात्रा के दौरान भाजपा के विदेशी मित्र, अमेरिका में आरएसएस का अंतरराष्ट्रीय संगठन हिंदू स्वयंसेवक संघ मोदी के एजेंडे के मजबूती से रखने के लिए सोशल मीडिया का प्रयोग करने के लिए एकजुट हुए।