Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र के बारामती में काफी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है। यहां भाई अजित पवार अपनी बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ पत्नी सुनेत्रा को मैदान में उतार सकते हैं। हालांकि, अभी उन्होंने सुनेत्रा के नाम का ऐलान नहीं किया है, लेकिन सुनेत्रा के नाम के पोस्टर बारामती क्षेत्र में लगाए जाने लगे हैं, जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं। पोस्टर में अजित पवार के साथ पत्नी सुनेत्रा के फोटो है। जिस पर दोनों का नाम है। साथ ही लिखा है- क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का वादा किया गया है।

वहीं अजित पवार के बयान पर NCP-शरदचंद्र पवार की नेता सुप्रिया सुले ने कहा, “यह लोकतंत्र है इसलिए हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है… यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण, दर्दनाक है क्योंकि लोकतंत्र का मंदिर संसद है और कल जिस तरह से संसदीय प्रक्रियाओं का मजाक उड़ाया गया वह हमारे जैसे प्रतिबद्ध लोगों के लिए बहुत दर्दनाक है… यह एक स्वतंत्र देश है, बहस जरूरी है इसलिए मुझे बहुत आश्चर्य हुआ क्योंकि अजित पवार जैसा वरिष्ठ नेता ऐसा कुछ कह रहा है।”

इससे पहले अजित पवार ने अपने एक बयान में कहा कि लोकसभा चुनाव में उनके प्रत्याशी के जीतने पर वह बारामती से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और अब यह जनता को तय करना है कि वो बारामती में भावनात्मक मुद्दों पर वोट करना चाहती है या फिर अपने क्षेत्र में विकास चाहती है।

डिप्टी सीएम और एनसीपी नेता ने अपने बयान में कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव शुरू होने के बाद से आज तक बारामती के इतिहास में यहां के सर्वोच्च प्रत्याशी के खिलाफ बाकी सभी प्रत्याशी की जमानत जब्त हुई है। मुझे इस बात का अभिमान है। आने वाले लोकसभा चुनाव में हम जिस भी उम्मीदवार को खड़ा करेंगे आप उसे लोकसभा में जिताइए। अगर आप हमारे उम्मीदवार को जितवाएंगे तभी मैं यहां से विधानसभा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ूंगा।

अजित पवार ने कहा कि आप सभी का मेरे प्रति जो उत्साह है, उसे ईवीएम में भी दिखना चाहिए। आने वाले समय में कई लोग आपके पास आएंगे और भावनात्मक मुद्दों पर वोट मांगेंगे, लेकिन आपको यह तय करना है कि आप भावनात्मक मुद्दों पर वोट करेंगे या विकास के कामों को जारी रखने के लिए और आने वाली पीढ़ी के भले के लिए वोट करेंगे।

बता दें, बारामती, पवार परिवार की पारंपरिक सीट और गढ़ है, लेकिन बदलते राजनीतिक समीकरण में अब पवार विरुद्ध पवार होने जा रहा है। वर्तमान में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले बारामती से सांसद हैं।

EC दे चुका आदेश

चुनाव आयोग ने शरद पवार बनाम अजित पवार गुट मामले में आदेश दिया है। आयोग ने सभी दस्तावेजी सबूतों का विश्लेषण कर कहा है कि इससे स्पष्ट है कि अजित गुट का पार्टी और पार्टी के अलावा संगठन पर वर्चस्व है। इस वजह से पार्टी का नाम और निशान दोनों ही अजित को दे दिया गया है। आयोग द्वारा आए इस फैसले के बाद अब शरद पवार के पास सुप्रीम कोर्ट में इसे चुनौती देने का विकल्प है।