Lok Sabha Elections: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल को विकास की परियोजनाओं की सौगात दी। नदिया के कृष्णानगर में प्रधानमंत्री ने 15,000 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया तो दूसरी तरफ ममता सरकार पर जमकर हमला भी बोला। मोदी ने कहा कि टीएमसी सरकार ने बंगाल के लोगों को निराश किया। टीएमसी अत्याचार और विश्वासघात का दूसरा नाम है। जानिए पीएम मोदी की 10 बड़ी बातें-

  1. आज पश्चिम बंगाल को विकसित राज्य बनाने के लिए हम एक और कदम उठा रहे हैं… आज मुझे 15,000 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास का सौभाग्य मिला है।
  2. बिजली, सड़क, रेल की बेहतर सुविधाएं आपके जीवन को आसान बनाएगी। इन विकास कार्यों से पश्चिम बंगाल के आर्थिक विकास को गति मिलेगी।
  3. पश्चिम बंगाल देश के अन्य राज्यों के लिए पूर्वी द्वार का काम करता है। पूर्व में इस द्वार से प्रगति की अपार संभावनाओं का प्रवेश हो सकता है इसलिए हमारी सरकार पश्चिम बंगाल में सड़क मार्ग, रेल मार्ग, वायु मार्ग और जल मार्ग की आधुनिक कनेक्टिविटी के लिए काम कर रही है।
  4. इंफ्रास्ट्रक्चर के दृष्टिकोण से रेल पश्चिम बंगाल के गौरवशाली इतिहास का हिस्सा रहा है, लेकिन इतिहास की जो बढ़त बंगाल को हासिल थी, आजादी के बाद उसे सही ढंग से आगे नहीं बढ़ाया गया।
  5. मोदी ने कहा कि यही कारण है कि तमाम संभावनाओं के बावजूद बंगाल पीछे छूटता गया। पिछले 10 वर्षों में हमने उस खाई को पाटने के लिए यहां के रेल इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत जोर दिया है।
  6. बंगाल में जिस तरह टीएमसी की सरकार चल रही है उसने बंगाल को निराश कर दिया है। पश्चिम बंगाल की जनता ने बहुत उम्मीदों के साथ टीएमसी को बार-बार इतना बड़ा जनादेश दिया है, लेकिन टीएमसी अत्याचार और विश्वासघात का दूसरा नाम बन गई है।
  7. टीएमसी के लिए बंगाल का विकास नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और परिवारवाद ही प्राथमिकता है। मोदी ने कहा कि आप सभी को इतनी बड़ी संख्या में यहां एकत्रित देखकर मुझे यह कहने का आत्मविश्वास मिल रहा है कि “एनडीए सरकार, 400 पार”!
  8. यह पश्चिम बंगाल में मेरा दूसरा दिन है। पिछले 2 दिनों में मुझे बंगाल के लिए विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने का अवसर मिला। इससे निवेश आएगा, रोजगार के अवसर पैदा होंगे और पड़ोसी क्षेत्रों पर इसका प्रभाव पड़ेगा।
  9. प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार तो चाहती ही नहीं थी कि संदेशखाली का गुनहगार गिरफ्तार हो। लेकिन जब ये बंगाल की नारी शक्ति दुर्गा बनकर खड़ी हो गई और भाजपा के कार्यकर्ता उनके साथ खड़े हो गए, तब मजबूरन इस राज्य सरकार को झुकना पड़ा।
  10. मां, माटी और मानुष, सभी TMC के कुशासन में रो रहे हैं। संदेशखाली की बहनें इंसाफ की गुहार लगाती रहीं, लेकिन TMC सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी। बंगाल में स्थिति ये है कि यहां पुलिस नहीं, बल्कि अपराधी तय करते हैं कि उन्हें कब सरेंडर करना है, कब गिरफ्तार करना है।