Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी एक अलग रणनीति पर काम कर रही है। इसी के मद्देनजर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी महासचिवों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी हैं।
पार्टी ने नई ज्वाइनिंग के लिए विनोद तावड़े को कमेटी की कमान सौंपी है। यह एक पैनल है जिसमें केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, भूपेन्द्र यादव, अनुराग सिंह ठाकुर और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा सहित कई नेता शामिल हैं। समिति उन लोगों की प्रतिक्रिया, पृष्ठभूमि और वैचारिक प्रतिबद्धताओं का आकलन करेगी जो 2024 के महासमर से पहले भाजपा में शामिल होना चाहते हैं।
वहीं सुनील बंसल भाजपा के लिए अभियान और प्रचार संभालेंगे, जिससे पार्टी को देश भर में अपनी प्रचार रणनीति की योजना बनाने में मदद मिलेगी।
पार्टी के एक अन्य महासचिव, दुष्यंत गौतम, आउटरीच के लिए समिति के प्रभारी हैं। इस पैनल में समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंच की योजना बनाने के लिए कई केंद्रीय मंत्री भी हैं।
बीजेपी का इस बार सबसे ज्यादा फोकस महिलाओं और युवाओं पर है, खासकर पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं पर। पार्टी मतदाताओं को लुभाने के लिए पूरे भारत में ‘सम्मेलन’ आयोजित करने की योजना बना रही है।
नवनियुक्त महासचिव राधा मोहन दास अग्रवाल पार्टी का विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने के प्रभारी हैं। अग्रवाल के नेतृत्व वाली टीम अगले पांच वर्षों के लिए पार्टी के दृष्टिकोण और उसके प्रमुख फोकस क्षेत्रों पर काम करेगी।
वहीं पार्टी निकट भविष्य में कई नियुक्तियां कर सकती है, जिसमें बेहतर चुनाव प्रबंधन के लिए कई समितियों की घोषणा भी शामिल है। संगठनात्मक जिम्मेदारियों के अलावा, सुनील बंसल जहां बंगाल के प्रभारी और तेलंगाना के सह-प्रभारी हैं, वहीं विनोद तावड़े बिहार के प्रभारी हैं। अग्रवाल केरल के प्रभारी भी हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 का चुनाव काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अपने तीसरे कार्यकाल के लिए प्रयास कर रही है और पीएम नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। भगवा पार्टी, जो एक अच्छी तरह से सुसज्जित चुनाव मशीनरी है, कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है। अपनी हालिया बैठकों में से एक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कैडर को ‘अबकी बार 400 पार’ के नारे की याद दिलाई थी।