Lok Sabha Elections: आगामी लोकसभा चुनाव के लिए ‘मिशन 400’ की तैयारी में भारतीय जनता पार्टी एक और गठबंधन पर मुहर लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस बार इसके दक्षिण राज्य आंध्र प्रदेश में होने की संभावना है। न्यूज18 के सूत्रों के मुताबिक, चंद्रबाबू नायडू (तेलुगु देशम पार्टी प्रमुख) गुरुवार देर शाम दिल्ली पहुंच रहे हैं, जबकि पवन कल्याण (जनसेना पार्टी प्रमुख) के भी राष्ट्रीय राजधानी में होने की संभावना है।
भाजपा, टीडीपी और जनसेना द्वारा आंध्र प्रदेश एनडीए गठबंधन के लिए देर रात बैठक होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि भाजपा ने आंध्र से विधानसभा में 30 सीटें और लोकसभा में सात सीटें मांगी हैं, जिनमें पवन कल्याण के लिए एक या दो सीटें शामिल हैं। बीजेपी आक्रामक तरीके से दक्षिण में पैठ बनाने की कोशिश कर रही है, जहां कर्नाटक को छोड़कर भगवा पार्टी की मौजूदगी उम्मीद के मुताबिक नहीं रही है।
पांच दक्षिणी राज्यों तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तेलंगाना और केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप की 127 सीटों में से भाजपा 2019 के लोकसभा चुनावों में केवल 29 सीटें जीत सकी। इनमें से 25 कर्नाटक से और चार तेलंगाना की सीटें शामिल हैं। भगवा पार्टी को 2019 में तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में कोई सीट नहीं मिली।
Mint की एक रिपोर्ट में उसके सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि बीजेपी का मुख्य फोकस दक्षिण भारत की 84 सीटों पर होगा, जिन्हें ‘कमजोर’ श्रेणी की सीटें घोषित की गई हैं, जिन पर पार्टी ने कभी जीत दर्ज नहीं की है।
रिपोर्ट में विश्लेषकों के हवाले से यह भी कहा गया है कि अगर पार्टी को बीजेपी के लिए 370 और एनडीए के लिए 400+ सीटों का लक्ष्य हासिल करना है तो यह संख्या महत्वपूर्ण है।
आंध्र प्रदेश से यह ताजा घटनाक्रम उन अटकलों के बीच आया है, जब भाजपा ओडिशा में नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (बीजेडी) के साथ गठबंधन बनाने की कोशिश कर रही है। बताया जा रहा है कि दोनों पार्टियों के बीच बातचीत अंतिम चरण में है, बस औपचारिक घोषणा का इंतजार है। यदि ऐसा होता है, तो 2008 में कंधमाल दंगों के बाद 2009 में अपना नाता तोड़ने के 15 साल बाद बीजद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में वापस आ जाएगी।
