Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दल पूरी तरह से इलेक्शन के प्रचार में जुट गए हैं। इसी बीच, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रोड शो करके अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि शहर को साफ सुथरा और प्रदूषण मुक्त बनाएंगे। साथ ही, गडकरी ने नागपुर लोकसभा सीट से कम से कम पांच लाख सीट के अंतर से जीत दर्ज करने का टारगेट सेट किया है।
गडकरी ने दावा करते हुए कहा कि वह 19 अप्रैल के चुनाव के लिए वोट मांगने के लिए शहर भर में बैनर और पोस्टर नहीं चिपकाएंगे। बल्कि वोटर्स के साथ दिल से दिल और घर-घर बातचीत का रास्ता अपनाएंगे। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि मैं प्रचार के सिद्धांतो का पालन करूंगा और लोगों तक पहुंच बनाकर उनका आशीर्वाद मांगूंगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने बुजुर्ग वोटर्स से उनके घर पर जाकर मुलाकात की और उनके पैरों को छूकर आशीर्वाद लिया।
पांच लाख वोटों के अंतर से चुनाव जीतने का टारगेट
गडकरी ने कहा कि मैंने कम से कम पांच लाख वोटों के अंतर से जीतने का टारगेट सेट किया है। लोग मेरे पिछले 10 साल के काम से काफी परिचित हैं और जानते हैं कि पिछले 10 साल में मेरा कार्यकाल कैसा रहा है। पूर्व भाजपा अध्यक्ष नागपुर से लोकसभा में तीसरा कार्यकाल चाह रहे हैं। गडकरी ने 2014 के चुनाव में सात बार के लोकसभा सदस्य और कांग्रेस नेता विलास मुत्तेमवार को लगभग 2.85 लाख वोटों के अंतर करारी शिकस्त दी थी।
साल 2019 के लोकसभा इलेक्शन में कितने वोटों के अंतर से जीते थे गडकरी
साल 2019 के लोकसभा इलेक्शन में गडकरी को कुल वोटों का 55.67 प्रतिशत वोट मिले, लेकिन महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के खिलाफ उनकी जीत का अंतर 2.15 लाख वोट था। इस बार के लोकसभा चुनाव में उनकी कड़ी टक्कर नागपुर शहर कांग्रेस प्रमुख और शहर के पूर्व मेयर विकास ठाकरे से होगा। ठाकरे ने कहा कि मैं एक स्थानीय नेता हूं। मैं हर गली और शहर के लोगों को जानता हू्ं। साथ ही जानता हूं कि चुनाव को कैसे लड़ना है।
नागपुर के विकास के लिए काम करना है- गडकरी
गडकरी ने कहा कि उन्होंने नागपुर के लोगों की सेवा की है और उनकी इच्छा है कि यह एक साफ सुंदर और प्रदूषण से मुक्त शहर बनकर उभरे। गडकरी ने कहा कि मैं नागपुर के लोगों को अपना परिवार मानता हूं। आप बाहर कहीं भी जाएं किसी भी गली मौहल्ले वाले से मेरे बारे में पूछ लें। वह मेरे बारे में बुरा नहीं बोलेंगे। गडकरी ने कहा कि कुछ गलत बयानों के लिए उन्हें यह तर्क दिया गया कि वह चुनाव के लिए प्रचार नहीं करेंगे या वोट नहीं मांगेंगे। उन्होंने कहा कि नागपुर के विकास के लिए काम करना है और यह तय करना उनका कर्तव्य है कि शहर को अच्छी सुविधाएं मिले।