बिहार में NDA कुनबा बड़ा हो गया है। नीतीश कुमार के वापस BJP से हाथ मिलने के बाद लोकसभा चुनाव 2024 का एनडीए का सीट शेयरिंग फॉर्मूला बिगड़ा हुआ है। अभी तक आधिकारिक तौर पर यह पता नहीं चल पाया है कि बिहार में एनडीए के किसी घटक दल के हिस्से कितनी सीटें आने वाली हैं। वहीं सूत्र बता रहे हैं कि चिराग पासवान और पशुपति पारस के बीच बंटी लोजपा को 5 सीटें तो मिल सकती है लेकिन इसमें फायदा चिराग पासवान के गुट हो होने वाला है।
खबरों के मुताबिक NDA के तहत बीजेपी पशुपति पारस की आरएलजेपी को एक भी सीट देने के मूड में नहीं है। इसको लेकर ही मोदी सरकार में मंत्री पशुपति पारस ने मोर्चा खोल दिया है और कहा कि बीजेपी उनके साथ अन्याय किया गया है।
खबरें हैं कि बीजेपी द्वारा चिराग पासवान को तवज्जो मिलने के चलते पशुपति पारस नाराज है। इसके चलते पारस से पूछा गया कि क्या आरएलजेपी भी सीट बंटवारे पर चर्चा कर रही है। इसको लेकर पशुपति कुमार पारस ने कहा कि अगर आप इंडिया गठबंधन के बारे में बात कर रहे हैं तो हमने किसी के साथ कोई चर्चा नहीं की है।
NDA की लिस्ट का इंतजार कर रहे हैं पशुपति पारस
बीजेपी को संदेश देते हुए पशुपतिपारस ने कहा कि हमारी पार्टी में 5 सांसद हैं। एनडीए गठबंधन को सांसदों की सिटिंग संख्या के अनुसार सीट शेयरिंग का फार्मूला निकालना चाहिए लेकिन हमारी पार्टी के साथ न्याय नहीं हुआ। पशुपति पारस ने अपने अगले कदम को लेकर कहा कि वे अभी एनडीए की लिस्ट आने का इंतजार कर रहे हैं।
पारस ने कहा कि जब तक बिहार में एनडीए गठबंधन की सूची नहीं आ जाती हम इंतजार करेंगे। मैं उनके केंद्रीय नेतृत्व से भी पुनर्विचार करने का आग्रह करता हूं। पासवान समुदाय के तीन सांसदों को टिकट से वंचित कर दिया गया है। इससे गलत संदेश जा रहा है।
पशुपति पारस का रुख ये संकेत दे रहा है कि अगर उन्हें बीजेपी द्वारा एनडीए के तहत सीट शेयरिंग पर संतुष्ट नहीं किया गया तो वे चुनाव से ठीक पहले पाला बदलकर इंडिया गठबंधन में आरजेडी और कांग्रेस के साथ जा सकते हैं।
बिहार के सीट शेयरिंग फॉर्मूले को लेकर सामने आया है कि बीजेपी बिहार में 40 में से 17 सीटों पर, जेडीयू 16, चिराग पासवान की एलजेपी 5 सीटों पर, उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मंझी की हम पार्टी को 1-1 सीट मिल सकती है।