Election Results 2019: लोकसभा चुनाव में जीत के बाद भाजपा अब मिशन राज्यसभा की तरफ बढ़ रही है। भाजपा और एनडीए लोकसभा में प्रचंड बहुमत के बाद राज्यसभा में बहुमत हासिल करने के बाद सरकार को महत्वपूर्ण बिलों को पारित कराने व अपनी नीतियों को आगे बढ़ाने में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
मई 2019 से लेकर नवंबर 2020 तक राज्यसभा की 75 सीटें चुनाव के लिए मौजूद रहेंगी। नवंबर 2020 तक एनडीए को ऊपरी सदन में उत्तर प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु, गुजरात और मध्य प्रदेश की मदद से 19 और सीटें हासिल हो जाएंगी।
इन सीटों के बाद एनडीए का सदन में सीटों की संख्या 125 हो जाएगी। ये आंकड़ा आधी 123 सीटों से पार कर जाएगा। इस तरह पिछले 15 साल में यह पहला मौका होगा जब पहली सरकार ऊपरी सदन में बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लेगा।
पिछले साल कांग्रेस को पहली बार छोड़ा था पीछेः पिछले साल भाजपा ने राज्यसभा के इतिहास में संख्या के मामले में कांग्रेस को पीछे छोड़ा था। ऊपरी सदन में एनडीए के सीटों की संख्या 245 सीटों वाले सदन में 101 हो गई थी। इसके अलावा पार्टी के पास तीन नामांकित सदस्यों स्वप्न दास गुप्ता, मैरी कोम और नरेंद्र जाधव का समर्थन भी हासिल था।
कम से कम तीन निर्दलीय सदस्यों के साथ पार्टी का कुल आंकड़ा 107 तक पहुंच गया था। यूपीए सरकार की तरफ से नामांकित सदस्य केटीएस तुलसी अगले साल की शुरुआत में रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में एनडीए को एक और सदस्य को नामांकित करने अवसर मिल जाएगा।
उत्तर प्रदेश से मिलेंगी अधिक सीटेंः भाजपा को उत्तर प्रदेश से सबसे अधिक सीटें मिलने की उम्मीद है। यहां पार्टी के पास 403 सदस्यों वाली विधानसभा में 310 विधायक हैं। इसके अलावा उसे तमिलनाडु में भी 6 सीटें मिलेंगी, जहां उसकी सहयोगी एआईएडीएमके सत्ता में है। पार्टी के असम और राजस्थान से 2-2 और शायद ओडिशा से एक सीट मिल सकती है। पार्टी को कर्नाटक, मिजोरम, मेघालय, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से भी एक-एक सीट मिल सकती है।