हर कोई चाहता है कि वह अपने करियर में सफल हो, लेकिन कई बार हम ऐसी छोटी-छोटी आदतों को नजरअंदाज कर देते हैं जो धीरे-धीरे हमारी काम करने की क्षमता यानी प्रोडक्टिविटी को खत्म कर देती हैं।
ये आदतें बाहर से तो सामान्य लग सकती हैं, लेकिन इनके प्रभाव लंबे समय में गंभीर होते हैं। अगर आप भी अपने करियर में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो इन आदतों को आज ही छोड़ देना जरूरी है।
अगर आपने पिछले एक साल में कोई नया स्किल नहीं सीखा है या किसी ट्रेनिंग में हिस्सा नहीं लिया है, तो ये आपकी ग्रोथ को रोक सकता है। बिना नई जानकारी के आप खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं और किसी नई चुनौती को अपनाने से डरते हैं।
जो लोग केवल वही काम करते हैं जिसमें उन्हें पूरी तरह से आराम महसूस होता है, वे खुद को कभी आगे नहीं बढ़ा पाते। ऐसे लोग नए आइडिया देने से बचते हैं और सिर्फ रोजाना के बुनियादी कार्यों तक सीमित रह जाते हैं। इससे न तो इनोवेशन होता है और न ही टीम में एनर्जी आती है।
AI और नई तकनीकों के आने के बाद कई लोग अपने रोल को लेकर भ्रमित हैं। जब यह स्पष्ट नहीं होता कि आपसे क्या उम्मीद की जा रही है, तो आप ज्यादा प्रयास करना बंद कर देते हैं। ऐसे में आपकी क्रिएटिविटी और आउटपुट दोनों ही कम हो जाते हैं।
अगर आप टीम के बाकी सदस्यों से कम बातचीत कर रहे हैं या सहयोग नहीं कर पा रहे, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। ये संकेत हो सकते हैं कि आप धीरे-धीरे काम से कनेक्ट होना बंद कर रहे हैं। जब इंसान खुद को अकेला महसूस करने लगता है, तो वह भीतर ही भीतर काम से दूरी बना लेता है।
'मैं जितना कर रहा हूं, काफी है' जैसी सोच आपकी तरक्की की राह में सबसे बड़ी बाधा बन सकती है। लगातार सीखते रहना और खुद को अपडेट रखना आज के दौर की जरूरत है।
हर साल कम से कम एक नई स्किल सीखने का लक्ष्य बनाएं। टीम के साथ सक्रिय रूप से बातचीत करें और आइडिया शेयर करें। अपने रोल और जिम्मेदारियों को स्पष्ट करें।
जब भी खुद को असहज महसूस करें, तो बदलाव को गले लगाएं – यही ग्रोथ का पहला कदम है। मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें और जरूरत पड़ने पर सपोर्ट लेने में हिचकिचाएं नहीं।