Sanjay Nirupam on Expulsion Notice: कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ नेता संजय निरुपम को उनकी कथित अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों के कारण छह साल के लिए निष्काषित कर दिया है। इसके बाद आज उन्होंने दावा करते हुए कहा कि सबसे पुरानी पार्टी ने उनका इस्तीफा मिलने के बाद उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निकाला है।
संजय निरुपम ने सोशल मीडया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर कहा कि ऐसा लगता है कि पार्टी ने कल रात मेरा इस्तीफा मिलने के बाद मुझे निष्कासित करने का फैसला किया है। इतनी तत्परता देखकर अच्छा लगा। बस यह जानकारी साझा कर रहा हूं। मैं आज 11.30 से 12 बजे के बीच एक विस्तृत बयान दूंगा। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बुधवार को कहा कि संजय निरुपम का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट से बाहर निकाल दिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह के वे बयान दे रहे हैं वह पार्टी विरोधी हैं।
संजय निरुपम निष्काषित
पूर्व सांसद और महाराष्ट्र के राजनीतिक हलके में प्रमुख व्यक्ति संजय निरुपम को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे की व्यवस्था के संबंध में इंडिया अलायंस के सहयोगी शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के खिलाफ उनकी हालिया टिप्पणियों के बाद कांग्रेस पार्टी से निष्कासन का सामना करना पड़ा। कांग्रेस पार्टी की महाराष्ट्र इकाई ने मुंबई में एक बैठक के दौरान निरुपम के निष्कासन की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था। इसके बाद प्रस्ताव को दिल्ली में पार्टी के आलाकमान को भेज दिया गया। उनके निष्कासन को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंजूरी दे दी और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसकी घोषणा की।
सीट शेयरिंग के मुद्दे पर क्या बोले थे निरुपम
मुंबई उत्तर से पूर्व सांसद निरुपम ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) द्वारा मुंबई की छह लोकसभा सीटों में से चार पर अपने उम्मीदवारों के ऐलान के बाद बयान दिया था। निरुपम ने कहा था कि कांग्रेस नेतृत्व को खुद को शिवसेना (UBT) के सामने झुकने की इजाजत नहीं देनी चाहिए। संजय निरुपम ने शिवसेना की उम्मीदवारों की लिस्ट पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि वे मुंबई में पांच सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं और एक सीट को कांग्रेस के लिए दान में छोड़ देंगे। यह फैसला मुंबई में कांग्रेस को खत्म करने के लिए है। निरुपम ने आगे कहा कि ठाकर ने एकतरफा उम्मीदवारों की घोषणा करके गठबंधन के धर्म का पालन नहीं किया है।
इस बीच पिछले कुछ दिनों से चर्चा थी कि संजय निरुपम बीजेपी में शामिल होंगे। इसी तरह चर्चा शुरू हो गई है कि वह जल्द ही एकनाथ शिंदे की पार्टी शिव सेना में शामिल हो सकते हैं। इसलिए राजनीतिक हलके का ध्यान उनकी नई भूमिका की तरफ गया है।