दिल्ली के मंडावली इलाके में मंदिर के एक हिस्से को हटाए जाने के विरोध में गुरुवार (22 जून) को बड़ी तादाद में लोग इकट्ठा हुए और काफी हंगामा किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हालात को काबू में करने के लिए पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। इस दौरान स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।
मंदिर हटाए जाने को लेकर विरोध के बाद शिकायत एसडीएम को भेज दी गई। हालांकि, प्रशासन ने लोगों से कहा था कि जिस रेलिंग को लेकर प्रोब्लम खड़ी हुई है उसे हटा लें या फिर बुलडोजर का इस्तेमाल किया जाएगा। अब लोगों का आरोप है कि प्रशासन पूरे मंदिर को तोड़ने की कोशिश कर रहा है और इसलिए इतनी सुरक्षा मुहैया कराई गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मंदिर एक मदरसे और एक मस्जिद के बीच में स्थित है।
पुलिस ने कहा- हालात अब नॉर्मल हैं
डीसीपी पूर्वी दिल्ली ने कहा, “आज यहां एक मंदिर की रेलिंग हटाने के लिए पीडब्ल्यूडी का अतिक्रमण कार्यक्रम तय था। हमने उन्हें सहायता दी है और रेलिंग हटा दी गई है। कानून एवं व्यवस्था की स्थिति सामान्य है।”
मंदिर नहीं हटाया जा रहा…
जब पीडब्ल्यूडी के अधिकारी रेलिंग हटाने के लिए मौके पर पहुंचे तब महिलाएं मंदिर के भीतर भजन कर रही थी। पुलिस ने कहा कि वह सिर्फ रेलिंग हटाने आए हैं, मंदिर को हटाए जाने का कोई प्लान नहीं है। लेकिन लोग पुलिस की मौजूदगी और भारी बल की तैनाती देख उत्तेजित हो गए।
पुलिस के सामने नारेबाजी की गयी और किसी भी तरह की कार्रवाई का विरोध किया गया। स्थानीय लोगों का विरोध इतना ज़्यादा बढ़ गया कि पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है और फिलहाल हालात सामान्य हैं।