पत्रकार से राजनेत्री बनने वालीं कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत जब आजतक के लाइव डिबेट प्रोग्राम में मीडिया पर ही टिप्पणी करने लगीं तो रोहित सरदाना ने उनपर तीखी टिप्पणी की। सरदाना ने कहा, आपने जिस थाली में खाया, उसी में लात मार रही हैं। सुप्रिया श्रीनेत ने कि मीडिया भाजपा नेता की गाड़ी में ईवीएम मिलने की खबर को नहीं दिखा रहा है तो सरदाना बोले- इंसान जिस थाली में खाता रहा है, उसी पर लात नहीं मारनी चाहिए।
श्रीनेत के आरोप पर रोहित सरदाना ने कहा, हमें जो दिखाना है हम दिखा रहे हैं। चुनाव आयोग से आपको बात करनी है। आप यहां बैठी हैं और अपने मन की बात कह रही हैं। इसपर सुप्रिया कहने लगीं, आप हमपर कोई अहसान नहीं कर रहे हैं। ये लोग मेरी बात सुनकर अहसान नहीं कर रहे हैं।
रोहित सरदाना ने कह दिया कि आपसे मुझे ज्ञान नहीं चाहिए। आप अपनी नौकरी करिए। जो इंसान मीडिया में रहते हुए, नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ने चला गया उससे मुझे ज्ञान नहीं चाहिए। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, मैं इंडिपेंडेंट जर्नलिस्ट थी। मैंने बहुत काम किया है। रोहित सरदाना ने कहा, मसला आपका करियर नहीं है। मसला यह है कि क्या असम में दोबारा चुनाव होना चाहिए? दरअसल पूरी बहस असम में भाजपा नेता की गाड़ी में मिली ईवीएम के बारे में हो रही थी।
रोहित सरदाना ने कहा, आपने मीडिया पर आरोप लगाना शुरू किया। मैंने कांग्रेस पर आरोप नहीं लगाए थे। मुझे प्रमाणपत्र देना बंद करिए। इस बीच सुप्रिया श्रीनेत लगातार बोलती रहीं कि लोकतंत्र का चीरहरण हो रहा है। इसके बाज जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा, आप कोर्ट जाकर आवेदन करिए। आपकी बात सुनी जाएगी, लेकिन आप वहां भी नहीं जाएंगी। अगर आपको चुनाव आयोग पर नहीं भरोसा है तो कोर्ट में जाइए।
अजय आलोक ने यह भी सवाल उठाया कि जब टीएमसी का ही समर्थन करता है तो आपसी विरोध करके कांग्रेस अलग चुनाव क्यों लड़ रही है। उन्होंने कहा, ये जनता को बेवकूफ बना रहे हैं। उन्होंने बंगाली की कहावत बोलते हुए कहा, देश ने देखा कि ममता बनर्जी ने दो घंटे तक पोलिंग रोक दी। सबकी शिकायत करती रहीं लेकिन खुद चुनाव डिस्टर्ब कर रही थीं।