CJI DY Chandrachud: सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ जाते-जाते पत्रकारों को बड़ा तोहफा दे गए। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट की खबरों को कवर करने वाले पत्रकारों को छूट दी है। छूट यह कि अब सुप्रीम कोर्ट की खबरों को कवर करने वाले पत्रकारों को एलएलबी की डिग्री की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट कवर करने वाले पत्रकारों को मान्यता प्राप्त संवाददाता बनने के लिए कानून की डिग्री की जरूरत क्यों थी?

बार एंड बेंच की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीजेआई ने कहा कि हम दो काम कर रहे हैं। मैंने सुप्रीम कोर्ट के लिए मान्यता प्राप्त संवाददाताओं की संख्या बढ़ाने के लिए एक फाइल पर हस्ताक्षर किया है। मुझे नहीं पता था कि किस कारण से ये शर्त थी कि आपके पास अनिवार्य रूप से LLB की डिग्री होनी चाहिए। हमने इसमें छूट दी है।

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सीजेआई की इस पहल से कानूनी पृष्ठभूमि के बिना भी पत्रकारों को शीर्ष अदालत में मान्यता के लिए आवेदन करने की अनुमति मिल गई है। उन्होंने कहा कि मान्यता प्राप्त पत्रकारों को अब सुप्रीम कोर्ट परिसर में पार्किंग की सुविधा भी मिलेगी। 24 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट परिसर में ‘प्री दिवाली समारोह’ आयोजित किया गया था। इस दौरान सीजेआई ने मीडिया से बात करते हुए यह बात कही।

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बता दें, साल 2018 सुप्रीम कोर्ट ने विधिक (लीगल) संवाददाताओं की मान्यता के लिए अपने मानदंडों में बदलाव किया था। सीजेआई को अपने विवेक का प्रयोग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्टर के रूप में मान्यता के लिए LLB की डिग्री की शर्त को माफ करने का अधिकार दिया गया। सीजेआई चंद्रचूड़ ने अब इस शर्त को पूरी तरह खत्म कर दिया है।

जानकारी के लिए बता दें, सीजेआई चंद्रचूड़ ने 9 नवंबर, 2022 को अपना पदभार संभाला था। आगामी 10 नवंबर को वो रिटायर हो रहे हैं। इससे पहले भूटान में एक कार्यक्रम के दौरान CJI चंद्रचूड़ से उनके रिटायरमेंट के बारे में पूछा गया था। जवाब में उन्होंने कहा कि रिटायर होने के बाद कुछ दिन वो आराम करेंगे। उन्होंने अपनी जगह अगले CJI के लिए जस्टिस संजीव खन्ना के नाम का प्रस्ताव दिया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू ने उनके नाम पर मुहर लगा दी है। 11 नवंबर से उनकी नियुक्ति प्रभावी होगी।