Land Scam Case: जमीन घोटाला मामले में आरोपित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जमानत के खिलाफ ईडी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इसमें कहा गया कि सोरेन को जमानत देने का झारखंड हाई कोर्ट का आदेश अवैध था। अपनी याचिका में ईडी ने कहा कि हाई कोर्ट ने यह कह कर गलती की है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) मुखिया के खिलाफ प्रथम दृष्टया कोई मामला नहीं बनता।
प्रवर्तन निदेशालय ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब हेमंत सोरेन सरकार ने फ्लोर टेस्ट में बहुमत हासिल किया है। हेमंत सोरेन कैबिनेट का आज विस्तार भी किया गया। पूर्व सीएम चंपई सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा के 10 अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली है। इससे पहले 4 जुलाई को जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। चंपई सोरेन ने एक दिन पहले ही इस पद से इस्तीफा दिया था।
झारखंड हाई कोर्ट ने दी थी जमानत
झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस आर मुखोपाध्याय ने 28 जून को हेमंत सोरेन को जमानत दे दी थी। कोर्ट ने उन्हें 50-50 हजार रुपये के दो निजी मुचलके पर रिहा करने का आदेश दिया था। बड़गाईं अंचल के 8.66 एकड़ जमीन के घोटाले में हेमंत सोरेन को जमानत पर रिहा करते हुए कोर्ट ने कहा था कि हेमंत सोरेन पर जो जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है, उसके संबंध में ईडी अभी तक कोर्ट में एक भी दस्तावेज पेश नहीं कर पाई है।
कोर्ट ने कहा कि ईडी ने जमीन घोटाले के आरोप में जो भी बयान लिए हैं उससे भी यह बात साबित नहीं हो रही है वह जमीन घोटाले से जुड़े हुए हैं। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि पूरा मामला देखने के बाद हेमंत सोरेन का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जमीन के अधिग्रहण और कब्जे में शामिल होने की बात साबित नहीं हो रही है।
क्या है लैंड स्कैम?
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन पर प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि हेमंत सोरेन ने अपने पद का इस्तेमाल करके जमीन हड़पी है, यूं कहें तो कब्जा किया है। गिरफ्तारी से पहले ईडी ने सोरेन को पूछताछ के लिए कई बार समन भी भेजा था। ईडी जमीन घोटाला मामले में दो पहलुओं की जांच कर रही है। पहला, रांची में सेना की जमीन की अवैध खरीद-फरोख्त से जुड़ा हुआ है। दूसरा आदिवासी जमीन पर कब्जा करने को लेकर है। ईडी का आरोप है कि फर्जी कागजातों के जरिये जमीन को बेचा गया। इस मामले में रांची नगर निगम ने एफआईआर दर्ज कराई थी। निगम की एफआईआर के आधार पर ही प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू की थी। ईडी ने इस केस में करीब 14 लोगों को अरेस्ट किया है।