जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू प्रसाद यादव, पत्नी राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती को बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में बुधवार (15 मार्च, 2023) को उनकी पेशी थी। कोर्ट ने उन्हें 50 हजार रुपये मुचलके पर जमानत दे दी है। ईडी ने लालू और उनके परिवार समेत 14 लोगों को समन भेजा था।
व्हील चेयर पर कोर्ट पहुंचे लालू यादव
लालू यादव (74) का हाल ही में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। वह अदालत परिसर में ‘व्हील चेयर’ पर नजर आए। लालू सुबह करीब 10 बजे राउज एवेन्यू अदालत पहुंचे। हालांकि, मामले की सुनवाई देर से शुरू हुई। परिवार के तीनों सदस्य पूर्वाह्न करीब 11 बजे न्यायाधीश गीतांजलि गोयल के समक्ष पेश हुए।
पिछले दिनों इस मामले में राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के आवास पर छापेमारी भी हुई थी। यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जिस समय लालू रेल मंत्री थे। लालू पर आरोप है कि उन्होंने 7 लोगों को रेलवे में नौकरी दी थी, जिसके बदले उन्हें मुफ्त या फिर काफी कम दाम पर जमीन बेची गई थी। इन सात में से 2 लोगों ने गिफ्ट के तौर पर जमीन लालू प्रसाद यादव के परिवार को दी थी, जबकि बाकी 5 ने सर्किल रेट से काफी दाम पर यह जमीन खरीदी। कुछ जमीनें राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी रजिस्टर हैं, जिस कारण ये दोनों जांच के दायरे में आ गए हैं। वहीं, एक कंपनी पर भी जमीनें ट्रांसफर की गईं, जो कि लालू परिवार की ही है।
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अपने आरोप पत्र में कहा कि भारतीय रेलवे के निर्धारित मानदंडों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए रेलवे में नियुक्तियां की गईं। इसमें नौकरी के बदले में उम्मीदवारों द्वारा सीधे या अपने करीबी रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों के जरिए राजद प्रमुख एवं तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों को बाजार दरों से काफी कम कीमत पर जमीन बेचने का भी आरोप लगाया गया है। न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने 27 फरवरी को प्रसाद की बेटी मीसा भारती समेत सभी आरोपियों को समन जारी किया था और उन्हें 15 मार्च को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था।