भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने दावा किया है कि लालू प्रसाद और परिवार के अन्य सदस्यों के आवासों पर छापे से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बहुत खुश हैं। बिहार के अररिया (Araria) में रविवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को पता है कि लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) का कुनबा जमीन के बदले नौकरी (Land for job) समेत कई घोटालों और गड़बड़ियों में डूबा रहा है। इससे राज्य के मौजूदा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का जेल जाना तय है। नीतीश कुमार इससे राहत महसूस कर रहे हैं।
भाजपा सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार चाहते हैं कार्रवाई तेजी से हो
सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार की मंशा है कि तेजस्वी यादव जल्द से जल्द जेल जाएं ताकि उन पर पद छोड़ने का दबाव खत्म हो और वह 2025 तक मुख्यमंत्री बने रह सकें। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पर राजद की ओर से कई तरह के दबाव पड़ रहे हैं। इससे वे अब बेचैनी महसूस कर रहे हैं। अब तेजस्वी यादव के जल्द जेल जाने से नीतीश कुमार दबाव मुक्त हो जाएंगे। इसलिए उनको बहुत खुशी है। वे इन छापों में और तेजी लाने की बात कह रहे हैं।
पीएम मनमोहन सिंह के समय लालू यादव रेलमंत्री थे, इसलिए तब केस दब गया था
भाजपा सांसद सुशील मोदी ने यह भी दावा किया कि नीतीश कुमार और ललन सिंह ने ही लालू यादव, तेजस्वी यादव और उनके कुनबे के खिलाफ कागजात और साक्ष्य सीबीआई को उपलब्ध कराए थे। बताया कि जब मनमोहन सिंह देश के पीएम थे तब ललन सिंह पार्टी नेता शरद यादव के साथ उनसे मिलकर ज्ञापन सौंपे थे।
इसमें आरोप लगाया गया था कि रेलमंत्री के रूप में लालू यादव लगातार जमीन ले रहे हैं और उसके बदले में लोगों को नौकरी दे रहे हैं। इस आरोप के समर्थन में उन्होंने प्रमाण भी सौंपे थे। इतना ही नहीं इन्हीं लोगों ने तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह से इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। हालांकि तब मनमोहन सिंह के कैबिनेट में ही लालू यादव रेलमंत्री थे। इसलिए बात आगे नहीं बढ़ सकी। अब सीबीआई ने इस मामले पर अपनी कार्रवाई शुरू की तो लालू यादव का परिवार घबड़ाया हुआ है।