पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी पिछले कुछ समय से बिहार के पिछड़ेपन का मुद्दा उठाते रहे हैं, लेकिन इस मुद्दे पर वह पर्याप्त ध्यान प्राप्त करने में असमर्थ हैं। अब एक अलग रास्ते पर चल पड़े हैं। हालांकि, इस पर चलकर आखिरकार पार्टी को लाभ होगा।
रूडी ने एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है, जो इस पर आधारित है कि हर जगह बिहारियों के आगे होने के बावजूद बिहार एक पिछड़ा राज्य क्यों है। वह राज्य भर में यात्रा कर रहे हैं। उनका कहना है कि वह पहले ही 14 जिलों को कवर कर चुके हैं और यह अभियान अगले विधानसभा चुनाव तक चलेगा। भाजपा नेता का कहना है कि उन्होंने महसूस किया कि बिहार की राजनीति में जाति एक वास्तविकता है। उन्होंने एक ठाकुर सम्मेलन का आयोजन किया है, जिसमें वह समुदाय के सदस्यों को यह बता रहे हैं कि जब तक राज्य पिछड़ा है तब तक वे अगड़े (जाति) नहीं हो सकते।
अपने विधायक के निलंबन के विरोध में भाजपा ने कार्यवाही का बहिष्कार किया
बिहार में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने विधायक लखेंद्र रौशन को निलंबित किए जाने का विरोध करते हुए बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने मंगलवार को रौशन को उनके अभद्र आचरण को लेकर दो दिनों के लिए निलंबित कर दिया था। चौधरी ने पातेपुर के विधायक रौशन द्वारा माइक्रोफोन तोड़ने की घटना को गंभीरता से लिया था।
विधायक ने हालांकि तर्क दिया था कि माइक्रोफोन खराब था और वह उसे ठीक कर रहे थे जिससे वह बाहर आ गया। वहीं उनकी पार्टी ने इस घटना को एक “दलित” के उत्पीड़न के रूप में पेश करने की कोशिश की। सदन के अंदर अध्यक्ष चौधरी ने इच्छा जताई कि विपक्ष एक दिन पहले की घटना पर खेद जता कर कार्यवाही में शामिल हो। लेकिन रौशन के निलंबन के विरोध में भाजपा सदस्य विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करते हुए खड़े रहे।