लालू प्रसाद यादव के ऑडियो मामले में जमकर बवाल हो रहा है। एक तरफ बीजेपी और जेडीयू नेता उनपर हमलावर हैं और जांच की मांग कर रहे हैं तो दूसरी तरफ लालू के समर्थकों ने मानने से इनकार कर दिया है कि यह उनकी ही आवाज़ है। इस बीच VIP पार्टी के चीफ औऱ नीतीश सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने चौकाने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि जेल से बातचीत करने का वीडियो भी मौजूद है और वह उसे पाने की कोशिश कर रहे हैं।

बीजेपी विधायक ललन पासवान ने आरोप लगाया था कि लालू प्रसाद यादव ने उनके पास फोन करके लालच देने की कोशिश की और उनसे कहा कि विधानसभा स्पीकर के लिए होने वाले चुनाव के दौरान वह अनुपस्थित हो जाएं। बकौल वायरल ऑडियो यह भी दावा किया गया कि ललन पासवान से लालू प्रसाद यादव ने कहा, कोरोना का बहाना कर लो और विधानसभा मत जाओ। इस ऑडियो के बारे में सुशील मोदी ने ट्वीट किया था। इसमें लालू प्रसाद यादव का मोबाइल नंबर भी डाल दिया था। ट्विटर ने बाद में यह ट्वीट हटा दिया।

अब HAM पार्टी के लीडर जीतनराम मांझी ने भी दावा किया है कि लालू प्रसाद ने उन्हें भी फोन करके समर्थन मांगा था। मांझी ने कहा कि लालू यादव लगातार उनसे संपर्क साधने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनके लोगों के पास लालू के फोन आए। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने भी सवाल उठाया है कि लालू प्रसाद यादव के सेवादार जेल के बाहर के लोग कैसे नियुक्त हो गए। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव को तिहाड़ जेल भेज देना चाहिए।

लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला मामले में दोषी करार दिया गया था। इसके बाद वह झारखंड की जेल में हैं। जीतनराम माँझी ने तो यहां तक कहा कि लालू यादव ने उन्हें मुख्यमंत्री तक बनाने का प्रलोभन दिया। मांझी ने कहा कि लालू हमेशा से दबाव की राजनीति करते रहे हैं। उन्होंने परिवार के सदस्यों को भी फोन करके दबाव बनाने की कोशिश की। इस मामले में आरजेडी का कहना है कि मांझी का आरोप बेबुनियाद है। आरजेडी प्रवक्ता ने मांझी को झूठा बताया है।