भाजपा ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू-राजद-कांग्रेस के महागठबंधन से मुलायम सिंह यादव के दल समाजवादी पार्टी (सपा) के अलग होने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद से पूछा कि यह महागठबंधन करने से पूर्व उसके डीएनए की जांच क्यों नहीं करायी थी।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि नीतीश और लालू जी पूछना है कि दिल्ली में डीएनए की जांच तो वे बाद में कराएंगे, महागठबंधन के डीएनए की जांच आपने क्यों नहीं करायी थी।
गौरतलब है कि गत 25 जुलाई को भाजपा द्वारा मुजफ्फरपुर में आयोजित परिवर्तन रैली को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नीतीश के डीएनए को लेकर की गयी कथित टिप्पणी को बिहार का अपमान बताते हुए इसके विरोध में शब्द वापसी अभियान चलाया था। उन्होंने जनता परिवार को एकजुट करने के प्रयास में लगे मुलायम सिंह की ओर इशारा करते हुए आरोप लगाया कि यह महागठबंधन एक डूबता हुआ जहाज है जिसके कप्तान ने पहले ही जहाज को छोड़ दिया है।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के सपा के अलग होने के पीछे भाजपा का हाथ होने का आरोप लगाए जाने को खारिज करते हुए रविशंकर ने आश्चर्य व्यक्त किया कि जिस मुलायम सिंह की अध्यक्षता में वे जनता परिवार के छह पुराने घटक दलों को एकजुट कर एक पार्टी बनाने का सपना देख रहे हैं। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं जो कि मुलायम सिंह का अपमान है।
रविशंकर ने अलग-अलग दलों के नेताओं की मुलाकात का राजनीतिक निर्णयों पर असर नहीं होने की दलील देते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में लालू और सपा प्रमुख को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन्होंने इस वर्ष के शुरुआत में लालू जी की पुत्री की शादी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन क्यों किया था।
लालू के जदयू और कांग्रेस के कोटे से कुछ और सीटें दिलाकर सपा प्रमुख को मनाने के प्रयास के बारे में पूछे जाने पर रविशंकर ने कहा कि गत 30 अगस्त को पटना में आयोजित स्वाभिमान रैली के दौरान कहा कि उनका अपनी पार्टी के महागठबंधन से अलग होने के निर्णय से हिलने की संभावना कम ही दिखाई पड़ती है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद पर प्रहार करते हुए रविशंकर ने कहा, ‘यह वर्ष 2015 है और लालू प्रसाद भाषा बोल रहे 1990 की। 25 साल पहले की भाषा लालू प्रसाद बोल रहे हैं जिसमें टकराव, विद्वेष और अपनी एवं अपने परिवार की राजनीति है और उनके कंधों पर खडे हैं नीतीश कुमार।’
उन्होंने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि इस चुनाव के दो प्रमुख पहलू सामने आ रहे हैं। पहला प्रमुख पहलू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा और राजग बिहार को आगे बढ़ाना चाहते हैं जबकि दूसरा प्रमुख पहलू यह है कि नीतीश कुमार और लालू प्रसाद मोदी जी को रोकना चाहते हैं। हम चाहते हैं बिहार को आगे बढ़ाओ और वे चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी को रोको।