Lal Bahadur Shastri Jayanti 2019: 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के साथ-साथ देश के दूसरे पीएम लाल बहादुर शास्त्री (Lal Bahadur Shastri) की भी जयंती होती है। जहां गांधीजी सत्य और अहिंसा के लिए मशहूर थे तो वहीं शास्त्रीजी अपनी ईमानदारी, विनम्रता और सादगी के लिए जाने जाते थे। इसी से जुड़ा एक किस्सा लोगों में काफी चर्चित है, जब उन्होंने लोन लेकर कार खरीदी थी। लेकिन लोन के कुछ समय बाद जब उनकी मौत हो गई तो बाकी की राशि उनकी ने चुकाई थी। बताया जाता है इस दौरान इंदिरा गांधी ने लोन माफ़ करने की बात कही थी।
क्या थी घटना: दरअसल, यह घटना उस समय की है जब लाल बहादुर शास्त्री का नाम देश में चर्चा के केंद्र में था। कहा जाता है कि उनके पीएम बनने तक ना तो उनके पास खुद का घर था और ना ही खुद की एक कार। इस दौरान उनके लोन लेकर कार खरीदने का किस्सा काफी मशहूर हुआ था। बताया जाता है कि शास्त्री जी से जब घरवालों ने कार खरीदने की बात कही तो उनके पास पर्याप्त पैसे नहीं थे। बैंक डिटेल से पता चला कि उनके खाते में सिर्फ 7 हजार रुपए थे जबकि कार की कीमत 12000 रुपए थी। ऐस में उन्होंने 5 हजार रुपए पीएनबी (पंजाब नेशनल बैंक) से लोन लिया था।
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इंदिरा ने की पेशकश लेकिन पत्नी ने चुकता किया लोन: बताया जाता है कि कार लेने के कुछ समय बाद ही शास्त्रीजी का निधन हो गया। जिसके बाद पीएम इंदिरा गांधी ने उनके लोन को माफ करने की पेशकश की थी लेकिन शास्त्रीजी की पत्नी ललिता शास्त्री उनकी बात को सहजता से नकारते हुए कहा कि किस्तें वह ही भरेंगी। शास्त्री जी की मौत के चार साल बाद तक ललिता कार की ईएमआई पीएनबी को चुकाती रहीं।
अभी भी मौजूद है कार: बताया जाता है कि लोन लेकर खरीदी गई शास्त्रीजी की कार हमेशा ही उनके उनके साथ रही। वह कार आज भी दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल में रखी हुई है।